- Advertisement -
कुल्लू। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नए साल के अवसर पर कांग्रेस सरकार की पहली योजना को भी जनता को समर्पित किया है। विंटर कार्निवाल का शुभारंभ करने मनाली पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बुजुर्गों, मूक बधिर, एकल महिला सहित पीड़ित महिलाओं का ख्याल रखने के लिए सरकार के द्वारा इंटीग्रेटेड संस्थान खोले जाएंगे। यह संस्थान हिमाचल प्रदेश के शिमला.कांगड़ा और सुंदर नगर में खोले जाएंगे। इसके लिए सामाजिक कल्याण विभाग के द्वारा के द्वारा कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन तीनों ही संस्थानों में बुजुर्ग, मूकबधिर या पीड़ित महिलाओं की सेवा की जाएगी और सरकार के द्वारा उनकी विशेष रूप से मदद भी की जाएगी।
इसके अलावा हिमाचल में बाहरी निवेशकों के लिए द्वार खोले जाएंगे। बड़े प्रोजेक्ट लाकर रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे। बड़े प्रोजेक्टों को मंजूर करवाने के लिए निवेशकों को विभागीय दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। निवेशकों के लिए सरकार एक नोडल एजेंसी बनाएगी। यह एजेंसी बड़े प्रोजेक्टों को सात दिन में मंजूरी देगी। इस दौरान उन्होंने महिला मंडलों की प्रोत्साहन राशि को मौजूदा 10,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये करने की घोषणा भी की।
CM-Sukhu-manali
उन्होंने क्षेत्र में पर्यटन और अन्य गतिविधियों को प्रोत्साहन करने के लिए मनाली में एक इंडोर स्टेडियम और आइस स्केटिंग रिंक का निर्माण करने की भी घोषणा की। उन्होंने वाहनों के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए मनाली बाईपास के निर्माण की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए सोलंग नाला में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इससे अटल टनल रोहतांग में आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि मनाली की ओर आकर्षित करने के लिए साहसिक खेलों मंे रुचि रखने वाले लोगों के लिए डोभी और पीज को पैराग्लाइडिंग की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने सामाजिक सरोकार के दायित्व का निर्वहन करते हुए मानवीय संवेदनाओं के साथ नवोन्मेषी पहल की है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपना पहला वेतन प्रदेश सरकार द्वारा गठित मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष में प्रदान किया है। सीएम सुक्खू ने नव वर्ष के पावन अवसर पर प्रदेश में सुखाश्रय कोष स्थापित करने की घोषणा की थी, ताकि इस कोष के माध्यम से प्राप्त राशि से जरूरतमंद बच्चों और निराश्रित महिलाओं को उच्च शिक्षा प्रदान की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित यह सहायता कोष समाज में वंचित रहे बच्चों और महिलाओं को आगे बढ़ने में मदद करेगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा यह कदम करुणा नहीं, बल्कि अधिकार है। सीएम की इस पहल से ना केवल जनप्रतिनिधि बल्कि आम नागरिक भी इस कोष में योगदान के लिए प्रेरित होंगे।
हिमाचल के कुल्लू जिला की पर्यटन नगरी मनाली (Tourist City Manali) में सोमवार को माता हिडिंबा की पूजा-अर्चना के साथ ही राष्ट्रीय मनाली विंटर कार्निवल 2023 का आगाज हो गया। 2 जनवरी से 6 जनवरी तक चलने वाले इस विंटर कार्निवाल का सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने माता हिडिंबा (Mata Hidimba ) के मंदिर में पूजा अर्चना के बाद शुभारंभ किया।
उन्होंने विंटर कार्निवल में भाग लेने वाले महिला मंडल की झांकियों को भी हरी झंडी दिखाकर माल रोड की ओर रवाना किया। हिडिंबा मंदिर से मनाली के मालरोड तक निकाली सांस्कृतिक झांकियों में सैकड़ों महिला मंडलों ने भाग लिया। विंटर कार्निवाल में हिमाचल, जम्मू, पंजाब, राजस्थान सहित देश भर के 25 सांस्कृतिक दल और घाटी के लगभग 200 महिला मंडल हिस्सा ले रहे हैं।
Winter-Carnival Manali
बता दें कि इस बार के विंटर कार्निवाल में विंटर क्वीन प्रतियोगिता (Winter Queen Pageant) आकर्षण का केंद्र रहेगी। इसके अलावा फैशन शो और वायस ऑफ कार्निवाल भी काफी आकर्षक होंगे। कार्निवाल कमेटी के अनुसार इस बार कार्निवाल परेड सहित शरद सुंदरी 2023, वायस ऑफ कार्निवाल, लोकनृत्य, फिल्मी डांस, फैशन शो, फैंसी ड्रेस, स्ट्रीट डांस, स्ट्रीट प्ले, क्लासिक डांस, टेलेंट शो, लिटल एंजेल्स ट्रेडिशनल ड्रेस प्रतियोगिताएं कार्निवाल 2023 की शोभा बढ़ाएंगी।
वहीं, इस साल विंटर कार्निवल (Manali Winter Carnival 2023) में तीन और पांच जनवरी को मालरोड पर महानाटी में महिला मंडल से जुड़ीं महिलाएं पारंपरिक परिधानों में कुल्लवी नाटी डालकर धमाल मचाएंगी, इसमें लगभग 280 महिला मंडल भाग ले रहे हैं, हर महिला मंडल से 12 प्रतिभागी भाग लेंगी, महानाटी में दोनों दिन में 3,360 से अधिक महिलाएं एक साथ नाटी डालेंगी। मनाली विंटर कार्निवाल का आयोजन दो से छह जनवरी तक होगा।
Winter-Carnival Manali
मनाली विंटर कार्निवल कमेटी द्वारा इस वर्ष की झाकियां 11 थीम पर आधरित की गई हैं। जिसमें महिला सशक्तिकरण, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, नशा निवारण, अनेकता में एकता (भारत जोड़ो) पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान जैसी झाकियां सामाजिक जागरूकता का पाठ पढ़ाएंगी। वहीं, लुप्त होती विरासतें, पुराना अनाज, जैविक खेती, पर्यटन सबंधी गतिविधियां, पारंपरिक त्योहारों की झांकियां भी निकाली जाएंगी।
- Advertisement -