-
Advertisement
सीएम सुक्खू बोले- विधायकों का मान-सम्मान बरकरार रखने को बनेगी विधानसभा समिति
Last Updated on March 24, 2023 by sintu kumar
हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में विधायकों की गाड़ियों के चालान का मामला गूंजा। फतेहपुर से कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत मामले को सदन में उठाया। इस पर सीएम सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि विधायकों की गरिमा को बचाए रखने के लिए जल्द विधानसभा समिति गठित की जाएगी। यह समिति इसे लेकर रिपोर्ट तैयार करेगी कि विधायकों के मान-सम्मान बना रहे। इसके लिए हाईकोर्ट के जज से भी बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी की अपनी गरिमा है। सीएम सुक्खू ने कहा कि जिस अधिकारी ने विधायक की गाड़ी का चालान काटा है, उससे भी बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि फ्लैग कोड ऑफ इंडिया में कुछ डिग्नेटरी को झंडा लगाने की इजाजत। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष शामिल है। नेशनल फ्लैग के अलावा दूसरे अन्य झंडा देने की पावर सरकार के पास है और सरकार जल्द इस पर विचार करेगी।
जाहिर है कुछ दिन पहले फतेहपुर से कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया की गाड़ी शिमला के बालूगंज में का चालान हुआ। विधायक का आरोप है कि चालान करने वाले पुलिस अधिकारी के वाहन पर डेजिगनेशन की नेम-प्लेट लगी थी, जिसके लिए वह खुद अधिकृत नहीं था। पठानिया ने कहा कि उनकी गाड़ी का चालान केवल मात्र फ्लैग-रोड होने की वजह से किया गया। उनके उठाए इस मुद्दे का अन्य सदस्यों ने भी समर्थन किया और अपना अपना-अपना दर्द सदन में रखा। सदस्यों का कहना हैं कि खुद पुलिस के जवान और अधिकारी कानून का उल्लंघन करते हैं। नियमों के विपरीत नेम-प्लेट, फ्लैशर लाइट लगाकर घूमते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
अधिकारियों के फ्लैग रोड फ्लैशर और नेम प्लेट आज ही उतरने चाहिए
इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि सारे नियम-कानून विधायकों पर लगा कर रख दिए हैं। वें न तो वीआईपी कल्चर रख सकते हैं, न फ्लैश लाइट और न ही फ्लैग लगा सकते हैं। इससे तो लगता है कि विधायक, विधायक नहीं, अछूत बनकर रह गया है। कहा कि वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों पर कोई नियम कानून नहीं है। उन्होंने कहा कि आज ही अधिकारियों के फ्लैग रोड फ्लैशर और नेम प्लेट उतरने चाहिए।