-
Advertisement
कोरोना कर्फ़्यू जयराम सरकार के लिए आफत,कांग्रेस आरोप लगा रही-भाजपाई दुहाई दे रहे
शिमला। कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) भी सरकार के लिए आफत है,कांग्रेस कहती है कि कुछ दुकानों को खोलने की अनुमति कुछ को पूरी तरह बंद रखने का फरमान इस भगवां सरकार की दोहरी नीति का ही परिचाय है। दूसरी तरफ बीजेपी (BJP) का ही व्यापार प्रकोष्ठ मांग कर रहा है कि सभी दुकानों को सायं पांच बजे तक खोल दिया जाए। अब सरकार क्या करें,जनता को कोरोना संक्रमण से बचाएं या फिर व्यापारियों को समझाए। आफत एक नहीं दो-दो हैं,कांग्रेस भी तो अपने भी। अब इस कशमकश के बीच प्रदेश की जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार (Jai Ram Thakur Government) क्या निर्णय लेती है,ये देखना होगा। आईए अब बात करते हैं पहले कांग्रेस की।
यह भी पढ़ें: Live: कोरोना की तीसरी लहर इन पर ना हो हावी ! हिमाचल में चल रही है तैयारी कुछ ऐसी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर (Kuldeep Singh Rathore) ने प्रदेश में कोरोना कर्फ़्यू को पूरी तरह से विफल बताते हुए सरकार पर आरोप लगाया है कि वह कोरोना प्रभावित लोगों व मृत्यों के आंकड़ों को छिपाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि सरकार इस महामारी से निपटने में असफल रही है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का फेलाब चिंता की बात है। राठौर ने कहा कि कोरोना कर्फ़्यू के चलते सरकार ने किसी भी वर्ग को कोई भी राहत नही दी हैएउल्टे सरकार अपने टैक्स वसूली पर ज्यादा जोर दिए हुए है। बढ़ती महंगाई बेरोजगारी ने आम लोगों का जन जीवन मुश्किल कर दिया है। राठौर ने कहा कि कोरोना कर्फ़्यू के चलते कुछ दुकानों को खोलने की अनुमति कुछ को पूरी तरह बंद रखने का फरमान बीजेपी की दोहरी नीति का ही परिचाय है।आधे-अधूरे कोरोना कर्फ़्यू से आम लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी है और इसका कोई भी लाभ नहीं हुआ है।
यह भी पढ़ें: कोरोना काल में हर दिन फ्रंट पर रहा ये योद्धा, वीडियो स्टोरी में देखें क्या कमाल का है जज्बा
वहीं, बीजेपी के प्रदेश व्यापार प्रकोष्ठ (BJP’s State Vaypor Cell) का एक प्रतिनिधिमंडल आज सीएम जयराम ठाकुर से मिला और व्यापारियों को आ रही समस्या बाबत चर्चा की। बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रमेश चौजड़ के साथ प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, पार्षद संजीव ठाकुर भी उपस्थित रहे। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि व्यापारियों को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है । बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा ऑनलाइन कार्यभार में पाबंदी नहीं होने के कारण हिमाचल प्रदेश में छोटे व मझोले कारोबारियों पर इसका बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ा है। व्यापार प्रकोष्ठ ने सीएम से आग्रह किया है कि इस महामारी को रोकने के लिए अगर यह कोरोना कर्फ्यू आगामी समय के लिए बढ़ाया जाता है तो व्यापारिक संस्थाओं को सायं 5 बजे तक खोलने की अनुमति प्रदान करें एवं जिला प्रशासन के अनुसार राय लेकर सरकार सभी दुकानों को खोलने की अनुमति भी दी जाए। उन्होंने कहा कि हमें पड़ोसी राज्यों की कार्यप्रणाली को भी देखना चाहिए। हफ्ते में 5 दिन कार्य करने की अनुमति दे और शनिवार एवं रविवार को सभी दुकानें बंद रहें। रहे बंद। इस प्रयास से व्यापारिक संस्थाओं पर कार्य कर रहे सेल्समैन, सेल्स गर्ल व अन्य वर्करों के रोजगार पर भी गाज नहीं गिरेगी व व्यापारियों को भी (Financial Loss) आर्थिक नुकसान नहीं होगा।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए Subscribe करें हिमाचल अभी अभी का Telegram Channel