-
Advertisement
दुनिया के इस कोने में नहीं पहुंचा कोरोना, नहीं होता है कोविड गाइडलाइन का पालन
Last Updated on October 28, 2021 by admin
नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने (Corona Pendemic) लाखों जिंदगियां छीन ली। करोड़ो लोग इसके चपेट में आए। बुखार झेला, सर्दी से परेशान हुए। कई लोगों को तो सांस तक लेने में दिक्कत आई। दुनिया के कई देश ने लॉकडाउन लगा दिया। दौड़ती भागती जिंदगी में धक्क से ब्रेक लग गई। कई महान हस्तियों की जान कोरोना ने ले ली। आर्थिकी के पहिए को जंजीरों में जकड़ दिया। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक ऐसी भी जगह रह गई जहां कोरोना पहुंचा ही नहीं।
यह भी पढ़ें: आखिर क्यों संडे को होती है साप्ताहिक छुट्टी, जानिए इसके पीछे का पूरा इतिहास
यह खबर बिलकुल काल्पनिक नहीं है। एक दम सत्य घटनाओं से प्रेरित है। दुनिया में जब कोरोना वायरस आया तो लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर और घरों में रहने की सलाह दी गई। वैक्सीन के आने के बाद लोगों में कोरोना भय थोड़ा बहुत कम हुआ, लेकिन अभी भी लोगों के जेहन में दूसरी लहर का खौफ बैठा हुआ है। कई लोगों के मन में यह बात जरूर आया होगा कि उस जगह चले जाना चाहिए, जहां कभी कोरोना ही ना आया हो। चलिए हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताते हैं, जहां किसी को भी कोरोना ही नहीं हुआ।
यूके वही ब्रितानिया हुकूमत वाला देश, जिसने हम पर करीब 150 सालों तक राज किया। उसके बगल में एक छोटा सा टापू वाला देश है। इस देश का नाम है आइसलैंड। एक खबरिया चैनल के मुताबिक इस देश के एक द्वीप का नाम सेंट हेलेना (Saint Helena) द्वीप है। साल 2019 से लेकर अभी तक करोड़ों लोग संक्रमित हुए लेकिन इस जगह पर एक भी केस नहीं आया। यह द्वीप 121.7 km² क्षेत्रफल में फैला है. इस द्वीप की जनसंख्या करीब 5000 हैं।