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श्री नैना देवी मंदिर में आस्था का सैलाब, गुप्त नवरात्र क्यों हैं ‘गुप्त’- जानिए
बिलासपुर। हिमाचल (Himachal) के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी मंदिर (Sri Naina Devi Temple) में आज दूसरे गुप्त नवरात्र के दौरान आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri) के दौरान श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी है। श्रद्धालुओं ने जहां पर मंदिर में पूजा-अर्चना की, वहीं माताजी का शुभ आशीर्वाद प्राप्त किया। गुप्त नवरात्र के उपलक्ष्य पर स्थानीय पुजारी वर्ग द्वारा मंदिर न्यास के सहयोग से विश्व कल्याण हेतु पाठ का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार और रविवार के दिन श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होने के चलते मंदिर न्यास ने व्यापक व्यवस्था की है। मंदिर के अंदर एक्स सर्विसमेन (Ex Servicemen) तैनात हैं। मंदिर के बाहर होमगार्ड (Home Guard) के जवानों ने मोर्चा संभाल रखा है।
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अब हम आपको बताते हैं कि गुप्त नवरात्र का क्या महत्व है, इन्हें गुप्त क्यों कहा जाता है और वर्ष भर में कितनी बार गुप्त नवरात्र आते हैं। मंदिर के पुजारी नीलम शर्मा का कहना है कि वर्ष भर में चार नवरात्र में मनाए जाते हैं, जिनमें चैत्र मास और अश्विन मास के नवरात्र और दो गुप्त नवरात्र जिनमें माघ मास और आषाढ़ मास शामिल हैं। गुप्त नवरात्र को गुप्त इसलिए कहा जाता है कि ऋषि-मुनियों ने अपनी तंत्र सिद्धि के लिए इन्हें गुप्त रखा हुआ था, इसलिए इन्हें गुप्त नवरात्र कहा जाता है।
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