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इस बार केंद्रीय विश्वविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) (Common University Entrance Test) (Cuet) देना होगा। इसके चलते देशभर से बड़ी संख्या में छात्र सीयूईटी के लिए अपना पंजीकरण करवा रहे हैं। इनमें से अधिकांश छात्र वे हैं जो फिलहाल कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं दे रहे हैं।
यूजीसी के अनुसार, सीयूईटी के लिए अभी तक देश भर से 9,81,406 छात्रों ने अपना पंजीकरण करवाया है, इनमें से 7,39,027 छात्र अपने आवेदन जमा करवा चुके हैं। पंजीकरण अभी चालू है और इसकी अंतिम तिथि में अभी एक हफ्ते से ज्यादा का समय बचा है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट में कुल 15 लाख छात्रों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है।
देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) लागू किया जा चुका है। यह परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, (एनटीए) द्वारा ली जाएंगी। एनटीए ने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट 2022 में छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। यूजीसी का मानना है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के अलावा यह राज्य स्तरीय एवं प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी सीयूईटी को मान्यता देंगे।
यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने विभिन्न राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के विषय पर चर्चा की है। फिलहाल, 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में यूजी प्रवेश के लिए सीयूईटी लागू किया गया है। सीयूईटी पंजीकरण प्रक्रिया पहले 6 मई, 2022 को खत्म होने जा रही थी। अधिक से अधिक छात्र एवं विश्वविद्यालय इस प्रक्रिया में शामिल हो सके इसके लिए सीयूआईटी के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 22 मई, 2022 तक बढ़ा दी गई है।
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) साल में दो बार होंगे। हालांकि, इसके लिए अभी इंतजार करना होगा। यह परीक्षाएं साल में दो बार करने का निर्णय अगले वर्ष से लागू किया जाएगा। अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए इस एंट्रेंस टेस्ट के 2 सेशन आयोजित होने पर छात्रों को अधिक विकल्प उपलब्ध हो सकेंगे। फिलहाल, अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए यह कॉमन एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जा रहा है, लेकिन अगले साल पीजी कोर्स के लिए भी सीयूईटी का आयोजन किया जा सकता है।
सीयूईटी साल में दो बार आयोजित करने के साथ ही हर वर्ष इस परीक्षा का पैटर्न भी बदला जाएगा। हालांकि, परीक्षा का सिलेबस 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम पर ही आधारित होगा।
–आईएएनएस
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