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Delhi दंगों वाले ताहिर हुसैन का कबूलनामा: मैं हिंदुओं को सबक सिखाना चाहता था; तेजाब का भी किया इंतजाम
Last Updated on August 3, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में हुए दंगों को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से बड़ा खुलासा किया गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) से जुड़े आरोपों का खुलासा करते हुए पुलिस द्वारा बताया गया कि हुसैन ने कहा कि वह हिंदुओं को सबक सिखाना चाहता था। दिल्ली पुलिस की मानें तो ताहिर ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान कुछ बड़ा करना चाहता था। पुलिस द्वारा ताहिर से की गई पूछताछ के आधार पर उसका कबूलनामा जारी किया गया है।
मुझे अपनी तैयारियों को तेज करने को कहा था
ताहिर के कबूलनामे में साफ साफ लिखा गया है कि वह हिंदुओं को सबक सिखाना चाहता था। उसने कहा कि वह अपने राजनीतिक ताकत और पैसे का इस्तेमाल कर काफिरों को सबक सिखाना चाहता था। उसने कहा कि वह उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड था। पूछताछ के दौरान ताहिर ने पुलिस को बताया कि ट्रंप की यात्रा के दौरान CAA के खिलाफ लोगों को सड़कों पर उतरने की अपील की थी। जिसके बारे में मुझे खालिद सैफी ने बताया था और मुझे भी अपनी तैयारियों को तेज करने को कहा था। साथ ही तेजाब का इंतजाम करने को भी कहा, जिसे काफिरों और पुलिसवालों पर फेंका जाएगा। उसने बताया कि सैफी के कहने के बाद उसने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी। हुसैन ने कहा कि उसने कबाड़ियों से दोगुनी कीमत पर खाली बोतलें खरीदनी शुरू कर दी।
PFI के दफ्तर में हमने प्लान बनाया
अपने मकान की छत तेजाब जमा करने की बात कबूल करते हुए ताहिर ने कहा कि मैंने काबड़ियों से ही अपनी छत और छज्जा साफ करवाने के नाम पर तेजाब की व्यवस्था करने को कहा और उन्हीं से काफी मात्रा में बोतलों में और प्लास्टिक के केन में तेजाब खरीदकर घर के एक कमरे में जमा कर लिया था। ताहिर ने बताया कि PFI के दफ्तर में हमने प्लान बनाया कि दिल्ली में कुछ ऐसा करेंगे की यह सरकार हिल जाए और सरकार CAA विरोधी कानून वापस लेने को मजबूर हो जाए।
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उसने बताया कि खालिद सैफी का काम लोगों को भड़का कर सड़कों पर उतारने का था। पीएफआई के लोग सीधे तौर पर इस हिंसा से जुड़े थे या फिर फंडिंग में उनकी भूमिका थी या फिर कुछ और इसकी जांच जारी है। क्राइम ब्रांच की जांच में विदेश से फंडिंग और कुछ संगठनों से जुड़े लोगों से सीएए के विरोध में फंडिंग की बात का खुलासा हुआ था। बता दें कि ताहिर हुसैन दिल्ली दंगों के 10 मामलों का आरोपी है और फिलहाल जेल में बंद है। खालिद सैफी भी जेल में बंद है।