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शिमला में मांगों को लेकर डीसी ऑफिस के बाहर सीटू का प्रदर्शन
शिमला। सीटू के पर देशभर में मजदूरों ने आज प्रदर्शन किए। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश में भी मजदूरों ने रैली, धरने व प्रदर्शन किए। राजधानी शिमला के डीसी ऑफिस( DC office Shimla)के बाहर सीटू ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि श्रम कानूनों को खत्म कर बनाई गईं मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के खिलाफ,न्यूनतम वेतन 21 हज़ार रुपये घोषित करने, आंगनबाड़ी, मिड डे मील व आशा वर्कर्स को सरकारी कर्मचारी घोषित करने व हरियाणा की तर्ज़ पर वेतन देने की माग की।
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इसके अलावा उन्होंने फिक्स टर्म, ठेका,पार्ट टाइम,कॉन्ट्रैक्ट रोज़गार पर अंकुश लगाने, कोरोना काल में हुई करोड़ों मजदूरों की छंटनी, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली, भारी बेरोजगारी, हर आयकर मुक्त परिवार को 7500 रुपये की आर्थिक मदद, हर व्यक्ति को दस किलो राशन की सुविधा आदि मुद्दे पर जम नारेबाजी की। विजेंद्र मेहरा ने कहा कि 24 से 31 जनवरी तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में जत्थे चलाकर केंद्र व राज्य सरकार की मजदूर व किसान विरोधी नीतियों का पर्दाफाश किया जाएगा। इस दौरान शिमला,कुल्लू व हमीरपुर से विभिन्न जिलों के लिए तीन जत्थे चलाए जाएंगे। विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा पर मजदूरों का विराट प्रदर्शन होगा, जिसमें हजारों मजदूर विधानसभा पर हल्ला बोलेंगे व सरकार को मजदूर मांगों को मानने के लिए मजबूर किया जाएगा।