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कर्नाटक के DGP प्रवीण सूद बने CBI के डायरेक्टर, डीके शिवकुमार ने कहा था उन्हें नालायक
कर्नाटक के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस प्रवीण सूद ( DGP Parveen Sood) को सीबीआई का नया डायरेक्टर बनाया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और लोकसभा में नेता विपक्ष की हाई लेवल कमेटी की बैठक में प्रवीण सूद का नाम तय किया गया। डीजीपी प्रवीण सूद और कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार के रिश्ते तल्ख रहे हैं। शिव कुमार ने पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद के लिए नालायक शब्द का इस्तेमाल किया था। विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) सूद के बारे में कहा था कि वो इस पद के लायक नहीं है। शिवकुमार ने उन पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का भी आरोप लगाया था।
सत्ता में आने पर कई जाएगी कार्रवाई
डीके शिवकुमार ने कहा था कि अगर कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी तो डीजीपी प्रवीण सूद के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दावा किया था कि डीजीपी सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार का बचाव कर रहे हैं और कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि तत्काल प्रभाव से डीजीपी प्रवीण सूद के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को डीजीपी को हटा देना चाहिए।
दो साल तक रहेगा कार्यकाल
डीजीपी प्रवीण सूद दो साल तक इस पद पर रहेंगे, लेकिन इस अवधि को पांच वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है। प्रवीण मौजूदा सीबीआई डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल पूरा होने के बाद पद संभालेंगे। जायसवाल का दो साल का तय कार्यकाल 25 मई को खत्म हो रहा है।
CBI डायरेक्टर पद पर बैठने वाले दूसरे हिमाचली
प्रवीण सूद का जन्म हिमाचल प्रदेश में साल 1964 में हुआ था। वे मूलतयः जिला कांगड़ा के परागपुर के रहने वाले हैं। प्रवीण सूद ने IIT दिल्ली से ग्रेजुएशन की है। CBI के डायरेक्टर पद पर बैठने वाले प्रवीण सूद दूसरे हिमाचली हैं इससे पहले हिमाचल काडर के ही अश्विनी कुमार (पूर्व राज्यपाल) भी CBI के डायरक्टेर रहे हैं। वे सिरमौर जिले के रहने वाले थे। प्रवीण सूद कर्नाटक कैडर के 1986 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं और वर्तमान में कर्नाटक के डीजीपी हैं। फिर साल 1989 में सूद मैसूर के सहायक पुलिस अधीक्षक बने और फिर इसके बाद अधीक्षक, बेल्लारी और रायचूर में काम किया। फिर उसके बाद उनको बेंगलुरु शहर का डिप्टी कमिश्नर बनाया गया।
ऐसा रहा करियर
साल 1999 में प्रवीण सूद मॉरीशस में पुलिस सलाहकार भी रहे। फिर साल 2004 से 2007 तक वो मैसूर शहर के पुलिस आयुक्त रहे। इसके बाद साल 2011 तक बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के रूप में काम किया।
राष्ट्रपति द्वारा किया गया सम्मानित
साल 1996 में सेवा में उत्कृष्टता के लिए उन्हें सीएम स्वर्ण पदक, साल 2002 में पुलिस पदक और साल 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति द्वारा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। साल 2013-14 में प्रवीण सूद कर्नाटक पुलिस आवास निगम के प्रबंध निदेशक रहे। इसी के साथ ही उन्होंने राज्य के गृह विभाग में प्रधान सचिव, राज्य रिजर्व पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और प्रशासन में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के रूप में भी काम किया।प्रवीण सूद का कानून प्रवर्तन में एक बड़ा करियर रहा है। उन्होंने अपनी सर्विस के दौरान कई अहम पदों पर काम किया है।
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