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हिमाचल में बख्शे नहीं जाएंगे नशे के सौदागर, पुलिस को दिया है फ्री हैंड
Last Updated on April 15, 2023 by sintu kumar
नाहन। सिरमौर के सर्किट हाउस में शनिवार दोपहर बाद डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री (Deputy CM Mukesh Agnihotri) नेस्पष्ट शब्दों में कहा कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश में नशे के सौदागर बख्शे नहीं जाएंगे। मीडिया से बातचीत के दौरान अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सिंथेटिक ड्रग्स (Synthetic Drugs)विशेषकर चिट्टे के तस्करी की पूरी तरह से रोकथाम के लिए सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। एक तो इस तरह के मामलों की जांच बैक टू बैक कर इस बात की जांच की जा रही है कि आखिरकार नशे की तस्करी कहां से शुरू की गई। एक तो थोड़ी मात्रा में किसी व्यक्ति के पास पकड़ा जा रहा है, वो तो दोषी हैं, लेकिन यह सप्लाई कहां से हुआ, वहां तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं।
नशा माफिया पर कड़ी कार्रवाई करने की इच्छा जताई है सरकार ने
अग्निहोत्री ने कहा कि इस मामले से जुड़े स्मग्लर (Smuggler) व इसे बनाने वाले जो भी लोग हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई करने की सरकार ने राजनीतिक इच्छा शक्ति दिखाई है और नशे के सौदागरों को इस प्रदेश में बख्शेंगे नहीं जाएंगे। फिर चाहे वह किसी भी दल विशेष से भी ताल्लुक क्यों न रखते हो या फिर उन्हें किसी का भी संरक्षण प्राप्त हो। इसी के तहत सभी राजनीतिक दलों के साथियों से भी स्पष्ट शब्दों में कह दिया गया है कि किसी पुलिस, थाना, एसपी को इस तरह के मामलों में हस्ताक्षेप करने की कोशिश न करें। यदि पुलिस यह बताती है कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है, तो ऐसे लोगों को भी बेनकाब किया जाएगा।
इंटरनेशनल सीमाओं को सील करें केंद्र सरकार
अग्निहोत्री ने कहा कि सवाल यह है कि चिट्टा प्रदेश में तो बनता नहीं है। इसकी तस्करी पाकिस्तान, अफगानिस्तान आदि से हो रही है, जहां बहुत बड़े पैमाने पर इसका निर्माण कर देश में लाया जाता है। लिहाजा इसके लिए पहली जिम्मेदारी केंद्र सरकार की भी बनती है कि इंटरनेशनल सीमाओं (International Borders)को इस ढंग से सील किया जाए कि चिट्टा हमारे देश में ना आ पाए। दूसरा दिल्ली में भी बहुत बड़े पैमाने पर चिट्टे की तस्करी में विदेशी नशा तस्कर भी काम कर रहे हैं। खासतौर पर नाइजीरिया की एक टीम इस तरह से काम करती है कि वह पकड़ से बाहर रहती है। इसलिए यदि देश को बचाना व सुरक्षित रखना है, तो इंटरनेशनल बार्डर अच्छे ढंग से सील किए जाए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नशा तस्करी की रोकथाम के लिए पुलिस को भी फ्री हैंड छोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने एनडीपीएस कानून में संशोधन को लेकर केंद्र सरकार को मामला भेजा है। इस नियम में बदलाव लाया जाए कि जो भी व्यक्ति नशा तस्करी में पकड़ा जाता है, उसे उम्र कैद की सजा हो। साथ ही इनकी संपत्तियों भी जब्त की जाए।
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