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केंद्र सरकार व किसानों के बीच आठवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा, अगली बैठक 15 January को
Last Updated on January 8, 2021 by Sintu Kumar
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन आज 44 वें दिन भी खत्म नहीं हो पाया। विज्ञान भवन में हुई केंद्र सरकार और किसान नेताओं (Central government and Kisan leaders) के बीच आठवें दौर की वार्ता आज भी बेनती जा रही। अब अगली बैठक 15 जनवरी के बाद होगी। कृषि मंत्री ने आज की वार्ता में समाधान निकलने की उम्मीद जताई थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो पाया। बैठक (Meeting) में केंद्र सरकार की ओर कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मौजूद रहे। बैठक से ठीक पहले दोनों ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। प्रदर्शनकारी किसान अभी भी अपने जिद पर अड़े हैं।
History will remember us forever !!#FarmersProtest pic.twitter.com/el5qKzNmOU
— Yogita Bhayana योगिता भयाना (@yogitabhayana) January 8, 2021
किसान नेताओं संग बैठक से पहले कृषि मंत्री तोमर (Agriculture Minister Narendra Tomar) ने साफ कर दिया है कि कानून वापसी के मुद्दे को छोड़कर सरकार हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार है। ऐसे में आज होने वाली बैठक का परिणाम काफी अहम हो जाता है। इस बीच बाबा लक्खा सिंह ने किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता की पेशकश करते हुए कहा है कि नया प्रस्ताव लाएंगे।
आज की बैठक में सरकार ने किसानों को कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया। बैठक के बाद किसान नेता हनान मुला ने कहा कि कृषि कानून किसान विरोधी हैं। 11 जनवरी को किसान संगठनों की बैठक होगी। किसान नेता हनान मुला ने कहा कि हम कानून वापसी के अलावा कुछ और नहीं चाहते। हम कोर्ट नहीं जाएंगे। कानून वापस होने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को तय कार्यक्रम के मुताबिक हमारी परेड होगी।\
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किसान नेताओं से मुलाकात के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज किसान यूनियन (Farmers union) के साथ तीनों कृषि कानूनों पर चर्चा होती रही परन्तु कोई समाधान नहीं निकला। सरकार की तरफ से कहा गया कि कानूनों को वापिस लेने के अलावा कोई विकल्प दिया जाए, परन्तु कोई विकल्प नहीं मिला।