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गुरुग्राम। हरियाणा में कृषि अध्यादेशों को लेकर किसानों ने आज जमकर प्रदर्शन किया। हरियाणा (Haryana) के कई जिलों में किसान कृषि विधेयकों के खिलाफ सड़क में उतर आए। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) हरियाणा ने आज प्रदेश भर में तीन घंटे रोड जाम आंदोलन का आह्वान किया था। प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी और प्रवक्ता राकेश बैंस ने दावा किया है कि इस आंदोलन में 17 किसान यूनियनों का उन्हें समर्थन प्राप्त है। उधर, हरियाणा सरकार ने भी किसानों से आंदोलन की राह छोड़कर बातचीत का ऑफर रखा, लेकिन किसान फिलहाल आंदोलन पर अड़े हुए हैं।
On a call given by the Bharatiya Kisan Union (BKU), Haryana farmers will on Sunday organise road blockades to protest the farm Bills.#KisanVirodhiNarendraModi@Kisan_Congress@Kisan_MH @SurenderAICC@NANA_PATOLE@SimmiAhuja_@ChitraBathamINC https://t.co/O4w4woBUYD
— Palghar Kisan Congress (@Kisan_Palghar) September 20, 2020
चरखी-दादरी जिले में किसानों ने कनीना रोड को जाम कर दिया, वहीं कैथल जिले में भी किसान बड़ी संख्या में सड़क पर उतर आए। यहां किसानों ने हिसार-चंडीगढ़ रोड (Hisar-Chandigarh Road) को जाम कर दिया। फतेहाबाद के भूना में कृषि विधेयकों के खिलाफ आढ़ती बड़ी संख्या में अनाजमंडी में जुट गए। रोहतक में किसान रोहतक-पानीपत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठ गए। इस दौरान भारी पुलिसबल भी मुस्तैद रहा। 800 पुलिसकर्मी शहर में व 500 पुलिसकर्मी शहर के आउटर एरिया में तैनात हैं। पुलिस ने चयनित 18 जगहों पर नाकाबंदी की है। महिला थाना प्रभारी समेत सभी 16 थाना प्रभारी/चौकी इंचार्ज/तीनों सीआईए यूनिट गश्त पर हैं। इसमें अलावा पुलिस की कई विशेष टीम आपातकालीन स्थिति से निपटने को पुलिस लाइन में तैयार है।
हरियाणा और पंजाब में किसान कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे हैं। किसानों के विरोध के मद्देनजर हरियाणा के अंबाला में पुलिस बल मुस्तैद है। अंबाला के सदोपुर सीमा पर भारी पुलिसबल को तैनात किया गया है। अंबाला के एसपी अभिषेक जोरवाल ने कहा कि ‘यहां जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है, क्योंकि भारतीय किसान यूनियन ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। हमारे पास यहां पर्याप्त संख्या में बल मौजूद हैं।’
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