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#Pak के विदेश मंत्री को फारूक अब्दुल्ला ने दिया जवाब; बोले- हम किसी के हाथों की कठपुतली नहीं
Last Updated on August 30, 2020 by Deepak
श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 (Article 370) के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के केंद्र के कदम के खिलाफ एकजुट होने वाले छह राजनीतिक दलों के गुपकर घोषणापत्र को पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा सराहे जाने पर जवाब देते हुए कहा कि वे किसी के हाथों की कठपुतली नहीं हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों का अपमान किया है लेकिन अब अचानक वह हमें पंसद करने लगे हैं।
मैं पाकिस्तान से हथियारबंद लोगों को कश्मीर भेजने से रोकने का आग्रह करूंगा
उन्होंने कहा कि मैं यह स्पष्ट कर दूं कि हम किसी के हाथों की कठपुतली नहीं हैं, न तो नई दिल्ली के और न ही सीमा पार किसी के। हम जम्मू- कश्मीर की जनता के प्रति जवाबदेह हैं और उनके लिए काम करेंगे। अब्दुल्ला ने कहा कि मैं पाकिस्तान से हथियारबंद लोगों को कश्मीर भेजने से रोकने का आग्रह करूंगा। हम अपने राज्य में रक्तपात को समाप्त करना चाहते हैं। जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दल अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसमें वह भी शामिल है, जो पिछले साल 5 अगस्त को असंवैधानिक रूप से हमसे छीन लिया गया था। अब्दुल्ला ने भारत और पाकिस्तान से सभी की भलाई के लिए बातचीत शुरू करने का अनुरोध करते हुए कहा कि जब भी संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाएं होती हैं तब नियंत्रण रेखा के दोनों ओर हमारे लोग मारे जाते हैं। ईश्वर के लिए इसे रोकिए।
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बता दें कि गुपकार घोषणा के तहत जम्मू-कश्मीर की 6 पार्टियों ने अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ सामूहिक रूप से लड़ने का संकल्प लिया है और भारत सरकार से इस अनुच्छेद की बहाली की मांग की है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि ये एक सामान्य नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर की राजनीति का अहम घटनाक्रम है। बता दें कि 5 अगस्त 2019 को ही केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को प्राप्त धारा 370 का विशेष दर्जा खत्म कर दिया था।