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शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला (Shimla) के जंगल बुरी तरह से दहक रहे हैं। जंगल में लगी यह भीषण आग (Forest Fire) अब टूटीकंडी चिड़ियाघर व बाल आश्रम (Baal Ashram) तक पहुंच गई है। जिसके चलते जिला प्रशासन और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच चुका है और आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं बाल आश्रम की ओर बढ़ रही आग को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाल आश्रम को खाली करवा दिया है। यहां रह रहे बच्चों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। इस बाल आश्रम में 76 छात्राएं रह रही हैं। इसके अलावा 0-6 साल के 20 शिशु भी यहां रहते हैं। जिन्हें अब दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। जंगल में लगी आग से पूरा आसमान धुएं के गुब्बार से भर गया है। दमकल विभाग की टीम कड़ी मशक्त के बाद आग पर काबू पाने के प्रयास कर रही है।
बता दें कि हिमाचल में इस महीनें अब तक करोड़ों की वन संपदा (Forest Wealth) जलकर राख हो चुकी है। वनों की इस आग में कई वन्यजीव भी जिंदा जलकर मर जाते हैं। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, हर साल जंगलों में आग (Fire) लगती है और वन विभाग को करोड़ों का नुकसान होता है। इससे वन संपदा को तो नुकसान होता ही है साथ ही पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। राजधानी शिमला में बीते एक माह से जंगलों में आग लग रही है। यहां तारा देवी संकट मोचन के बाद अब टूटी कंडी के जंगल आग से धधक रहे हैं।
रविवार को टूटीकंडी जंगलों में भयानक आग लग गई और अग्निशमन के कर्मचारी (Fire Brigade Employees) आग को बुझाने में जुटे रहे। आग के चलते राजधानी शिमला भी धुएं के आगोश में आ गई है। चारों तरफ धुंआ दिखाई दे रहा है। टूटीकंडी (Tutikandi) में लगी आग अब धीरे धीरे चिड़ियाघर व बाल आश्रम के करीब पहुंच रही है। यहां चीड़ के जंगल में भीषण आग लगी हुई है। प्रशासन एहतियात के तौर पर बाल आश्रम खाली करा दिया है। इसके अलावा पंधाघाटी के शक्ति विहार में भी जंगल की आग का मामला सामने आया है। वहीं, मौके पर पहुंची शिमला शहरी एसडीएम मनजीत सिंह ने कहा कि बाल आश्रम को खाली करवा दिया गया है। अग्निशमन विभाग की टीम ने आग पर काबू भी पा लिया है।
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