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माता वैष्णो देवी के दर्शन को लेकर बड़ा फैसला: आ सकेंगे 15 हजार श्रद्धालु; इस शर्त से भी मिली राहत
Last Updated on October 30, 2020 by Deepak
जम्मू। इस कोरोना काल के दौरान जम्मू -कश्मीर (Jammu and Kashmir) प्रशासन ने वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) की यात्रा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद वैष्णो देवी में प्रति दिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि की गई है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से कहा गया है कि 1 नवंबर से प्रतिदिन 15 हजार श्रद्धालुओं को वैष्णो देवी के दरबार में जाने की इजाजत होगी। अभी प्रतिदिन अधिकतम 7 हजार लोग त्रिकुटा पर्वत पर पवित्र गुफा में दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही 14 दिन के होम क्वारंटाइन की शर्त भी हटा ली गई है।
नवरात्र में 39 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों के कम से कम 39,974 तीर्थ यात्री 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच माता वैष्णो देवी के दरबार पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 15,764 तीर्थयात्री जम्मू तथा कश्मीर से तथा 24,210 तीर्थयात्री देश के अन्य हिस्सों से पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि नवरात्र के दौरान श्राइन बोर्ड ने पवित्र गुफा के पास तीर्थयात्रियों के लिए समुचित व्यवस्था की थी। बोर्ड ने यहां पर 24 घंटे पानी और बिजली की आपूर्ति के साथ ही सेनिटाइजर, दवाइयों तथा’ फास्ट फूड’ से संबंधित दुकानों की व्यस्था कर रखी थी। साथ ही तीर्थयात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए बोर्ड ने माता वैष्णो देवी मोबाइल ऐप लॉन्च किया था, जिसे गूगल प्ले स्टोर से लॉन्च किया जा सकता है।
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गौरतलब है कि मार्च में लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से ही वैष्णो देवी में श्रद्धालुओं के जाने पर रोक लग गई थी। 16 अगस्त से यात्रा फिर शुरू हुई है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में हर दिन लोग माता के दरबार में पहुंचते हैं। गर्मियों में यहां श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है तो सर्दियों में अपेक्षाकृत कम लोग आते हैं।