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Himachal: झूठी शादियां कर पैसा ऐंठने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो महिलाएं धरीं
Last Updated on June 24, 2021 by Sintu Kumar
पांवटा साहिब। हिमाचल (Himachal) के सिरमौर (Sirmaur) जिला की पांवटा साहिब (Paonta Sahib) पुलिस ने झूठी शादियां कर पैसा ऐंठने का धंधा चलाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक इस गिरोह में शामिल लोग पहले शादी की चाह रखने वाले लड़के को ढूंढते थे, फिर वह लड़की के पिता के ना होने की बात कहकर उनकी देनदारी चुकाने की बात करते थे। शादी होते ही देनदारी वाली रकम लड़के से ले ली जाती थी। वहीं शादी (Marriage) के कुछ दिन बाद दुल्हन गहनों सहित गायब हो जाती थी। इस तरह से इस गिरोह के लोग शादियां करवाने के नाम पर लाखों की ठगी करते थे। इस तरह का ताजा मामला पांवटा साहिब थाना के तहत सामने आया। यहां पर एक युवक को शादी के नाम पर डेढ़ लाख की नकदी और गहने गंवाने पड़े। हालांकि पुलिस (Police) ने इस मामले में दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।
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बता दें कि बब्बर सिंह निवासी गांव पीपलीवाला, तहसील बिलासपुर, यमुनानगर (हरियाणा) ने पुलिस थाना पांवटा साहिब में शिकायत दर्ज करवाई कि इसके दो जानकार पृथ्वी सिंह निवासी ग्राम बिहटा, बिलासपुर, हरियाणा और ऋषि पाल निवासी ग्राम मंगलोर, बिलासपुर (हरियाणा) ने कहा कि इनकी हिमाचल में रिश्तेदारी है। यह लोग इसकी शादी हिमाचल में करवा सकते हैं। 10 फरवरी, 2021 को यह दोनों बब्बर सिंह को माजरा लेकर आए और वहां पर उसको अनीता और रतन सिंह से उनके घर पर मिलवाया और शादी के बारे में बातचीत की। रतन सिंह ने शिकायतकर्ता को कथित तौर पर शिलाई उपमंडल (Shillai Sub-Division) की लड़की से मिलवाया और बताया कि यह उसके ताऊ की बेटी है। आशा के माता की मृत्यु हो गई है। इस कारण आशा व उसका भाई सतीश पिछले 7-8 साल से इनके पास ही रहते हैं।
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आशा के माता-पिता की कुछ देनदारिया भी हैं, जिसे उसे चुकाना होगा। 14 फरवरी को इनकी शादी पक्की हुई और 20 मार्च को बब्बर सिंह और आशा की शादी सिक्ख रीति रिवाज के अनुसार गुरुद्वारा पांवटा साहिब में करवा दी। उसी दिन एक होटल (Hotel) में एक पार्टी भी आयोजित की गई। पार्टी के दौरान आशा के माता-पिता का कर्ज चुकाने के लिए बब्बर सिंह से पैसे मांगे। बब्बर सिंह ने अनीता व रतन सिंह को डेढ़ लाख रुपये दिए। इसके बाद 14 अप्रैल को रात के समय इसकी पत्नी आशा उसके गहने और मोबाइल लेकर घर से फरार हो गई, जिसे बब्बर सिंह ने काफी तलाशा पर वह नहीं मिली। शिकायतकर्ता ने इस संबंध में रतन सिंह व अनीता से भी पूछताछ की, लेकिन वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उपरोक्त सभी आरोपी आपस में मिलकर नाम पता बदल कर शादी करके लोगों से पैसे ऐंठने का धंधा करते हैं। आशा देवी का असली नाम शीला देवी पुत्री हीरा सिंह निवासी कांडो हरियास, तहसील रेणुका है। पुलिस ने बब्बर सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर कार्रवाई करते हुए शीला और अनीता को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ जारी है। मामले में छानबीन के दौरान यह भी पता चला है कि शीला ने पहले भी 3 शादियां की हैं और उसके विरुद्ध पुलिस थाना चंडीमंदिर में भी मामला दर्ज है। जहां वह एक वर्ष का कारावास भी काट चुकी है। पुलिस अधीक्षक सिरमौर डॉ. केसी शर्मा (Superintendent of Police Sirmaur Dr. KC Sharma) ने पुष्टि करते हुए बताया कि मामले में पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार (Arrest) कर लिया जाएगा।
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