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आज से शुरू हो रहे गुप्त नवरात्रि, जादू टोना व तंत्र-मंत्र सिद्धियों के लिए की जाएगी साधना
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में चार बार मां दुर्गा के नवरात्रि (Navratri) मनाए जाते हैं। देशभर में नवरात्रि को धूमधाम से मनाया जाता है। साल में दो बार शारदीय नवरात्रि और दो बार चैत्र नवरात्रि मनाई जाती है। वहीं, हमारे देश में गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) भी मनाए जाते हैं। गुप्त नवरात्रि आज से शुरू हो रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे कि गुप्त नवरात्रि के दिन क्या करना चाहिए।
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बता दें कि गुप्त नवरात्रि में तंत्र-मंत्र और तंत्र विद्या के लिए साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि के दिनों में भी मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दौरान 9 दिन तक ब्रह्मचर्य व्रत का पालन किया जाता है। इन नवरात्रि के दौरान भक्तों को बिस्तर का त्याग कर कुश की चटाई पर सोना चाहिए। इन दिनों में पीले रंग या लाल रंग के वस्त्रों को धारण करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की सच्चे मन से उपासना करनी चाहिए और माता-पिता की सेवा और आदर करें। इस दौरान तामसिक भोजन का त्याग करना चाहिए। खाने में लहसुन और प्याज शामिल ना करें। इस दौरान निर्जला या फलाहार करें।
गुप्त नवरात्रि का महत्व
गुप्त नवरात्रि के दौरान की गई कठिन तपस्या और भक्ति से मां दुर्गा खुश होती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरा करती है। मां दुर्गा के गुप्त नवरात्रि में तंत्र-मंत्र, जादू टोना, वशीकरण आदि सिद्धियों को प्राप्ति के लिए साधना की जाती है।
गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा में नौ रूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाती है। साथ ही गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्या देवियां तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, काली, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी माता की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है।