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कृषि कानून : किसान ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा सरकार खून मांगती है
चंडीगढ़। नए कृषि कानूनों (Agricultural Laws) के खिलाफ किसान अभी भी प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर कृषि कानूनों के विरोध में किसान द्वारा आत्महत्या (Farmer Suicide) करने का मामला सामने आया है। यही नहीं, किसान ने एक सुसाइड नोट (Suicide Note) भी लिखा है। इसमें किसान ने लिखा है कि सरकार खून मांगती है। इसके अलावा टिकरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत (Farmers Death) हुई है। हालांकि इस किसान की मौत का कारण दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ना बताया गया है। वहीं, कुंडली बॉर्डर (Kundli Border) पर भी किसान की मौत हुई है।
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जानकारी के अनुसार किसान ने बहादुरगढ़ के कसार में सर्विस रोड के पास पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या (Farmer Suicide) कर ली है। मृतक किसान हरियाणा के हिसार (Haryana Hisar) जिले के सिसाय गांव के रहने वाला था। किसान नाम राजबीर था जिसकी उम्र 47 साल थी है। राजबीर (Rajbeer) काफी दिनों से आंदोलनरत किसानों की लंगर सेवा में था। बताया जा रहा है कि राजबीर ने आत्महत्या (Suicide) से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है। सुसाइड नोट (Suicide Note) में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करना ही राजबीर ने अपनी अंतिम इच्छा जताई है। राजबीर ने उसने किसानों से आखिरी अपील करते हुए लिखा है कि तीनों कृषि कानूनों (Agricultural Laws) को रद्द करवाने के बाद ही घर जाना। भगत सिंह (Bhagat Singh) ने देश के लिए जान दी थी और मैं किसान भाइयों के लिए जान दे रहा हूं।
सुसाइड नोट (Suicide Note) में आगे लिखा गया है कि सरकार किसानों (Farmers) का खून मांगती है और खून मैं देता हूं। यही नहीं किसान ने अपने इस सुसाइड नोट (Suicide Note) में खुद को रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा और महम विधायक बलराज कुंडू का फैन भी बताया है। इसके अलावा टिकरी बॉर्डर पर दिल का दौरा पड़ने से जिस बुजुर्ग किसान की हुई है उनका नाम जनक सिंह (70) है। जनक सिंह पंजाब के सुनाम के गांव गडूआं के रहने वाले थे। कुंडली बॉर्डर (Kundli Border) पर भी रविंद्र नाम के किसान की मौत हुई है।