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हिमाचल बीजेपी की बड़ी कार्रवाई, प्रेम सिंह ड्रैक पार्टी से 6 साल के लिए किए निष्कासित
शिमला। हिमाचल में विधानसभा चुनाव (Himachal Vidhan Sabha Election) का आगाज हो गया है। टिकट आवंटन के बाद बागी हुए नेताओं को मनाने का प्रयास चल रहा है। इसी बीच बीजेपी (BJP) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने ही एक बड़े नेता को पार्टी से निष्कासित (Expelled from BJP Party) कर दिया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने इस बावत आदेश भी जारी कर दिए हैं। बीजेपी ने रामपुर (Rampur) से आईएएस प्रेम सिंह ड्रैक को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। बीजेपी ने यह कार्रवाई रामपुर में बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ कार्य करने को लेकर की है। बता दें कि प्रेम सिंह ड्रैक रामपुर से बीजेपी के दो बार प्रत्याशी रह चुके हैं। इस बार भी वह टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन बीजेपी ने इस बार रामपुर का टिकट कौल सिंह नेगी को दे दिया। टिकट कटने के बाद से प्रेम सिंह ड्रैक (Prem Singh Draik) ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। यही नहीं ड्रैक ने रामपुर से कौल सिंह नेगी द्वारा भरे गए नामांकन पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि कौल सिंह नेगी ने जो अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र दिया है वह गलत और गैर कानूनी है। जिसके चलते प्रेम सिंह की शिकायतें लगातर पार्टी हाईकमान से की जा रही थी। पार्टी प्रदेश हाईकमान सुरेश कश्यप (Suresh Kashyap) ने आज प्रेम सिंह ड्रैक को पार्टी के खिलाफ कार्य करने पर अगले 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
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कौल सिंह नेगी पर लगाए थे आरोप
बता दें कि प्रेम सिंह नेगी ने रामपुर से बीजेपी के उम्मीदवार (BJP candidate from Rampur) पर नामांकन के दौरान दिए गए अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र पर सवाल उठाए थे। उन्होंने इस प्रमाण पत्र को गैर कानूनी करार दिया था। यही नहीं उन्होंने तहसीलदार रामपुर पर भी बीजेपी के दबाव में काम करने के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि ऐसा लगता है कि यह प्रमाण पत्र मिली-जुली भगत से दिया गया है। तहसीलदार रामपुर को कौल सिंह नेगी का प्रार्थना पत्र नियमानुसार सीधे तौर पर मंजूर नहीं करना चाहिए था।
क्या कहते हैं प्रेम सिंह ड्रैक
पार्टी से निष्कासित करने पर प्रेम सिंह ड्रैक ने कहा कि 17 अक्टूबर को तहसीलदार रामपुर को अपने फैसले को रिव्यू करने के बारे में प्रार्थना पत्र दिया गया था। इसका जवाब ना आने पर 25 अक्टूबर को इसका रिमाइंडर भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर मामले में अभी भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में इस मामले को अदालत में रखा जाएगा।