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हिमाचल प्रदेश का प्रथम ग्रीन क्रिमेटोरियम छोटीकाशी में हुआ स्थापित
Last Updated on January 30, 2023 by Vishal Rana
मंडी। छोटी काशी मंडी (Mandi) के हनुमान घाट पर बने मोक्ष धाम में ग्रीन क्रिमेटोरियम (Green Crematorium ) का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। नगर निगम मंडी द्वारा अमेरिका में बसे मंडी शहर के निवासी समाजसेवी डॉ पुष्पराज कपूर व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से इस ग्रीन क्रिमेटोरियम का निर्माण किया गया।
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ग्रीन क्रिमेटोरियम में अंतिम संस्कार करने के लिए सामान्य तौर पर लगने वाली लकड़ी जहां आधे से भी कम इस्तेमाल होगी। वहींए इस पर पर्यावरण संरक्षण (Environment protection) के प्रयासों को भी बल मिलेगा। इसमें धुआं उत्सर्जन के लिए 100 फीट ऊंची चिमनी लगाई गई है इस चिमनी से धुआ पानी में फिल्टर होकर बाहर निकलेगा जिससे यहां के स्थानीय निवासियों को शव के जलाने पर निकलने वाली हानिकारक गैसों व धुएं से निजात मिलेगी।
इस ग्रीन क्रिमेटोरियम की एक खास बात यह है कि चिमनी से धुआं उत्सर्जन घटकर लगभग आधा हो जाएगा। वीर मंडल के प्रधान चंद्रशेखर वैद्य ने बताया गया कि ग्रीन क्रिमेटोरियम को बनाने के लिए डॉक्टर पुष्पराज कपूर ने नगर निगम को 24 लाख का सहयोग किया है। इस यूनिट को फरीदाबाद की कंपनी द्वारा स्थापित किया गया। ग्रीन क्रिमेटोरियम सिस्टम (Green Crematorium System) में डेढ़ क्विंटल लकड़ी से शव जल जाएगा।
ग्रीन क्रिमेटोरियम यूनिट स्थापित करने का काम पूर्ण हो चुका है इसे सोमवार को पुष्प कपूर के परिवार जनों द्वारा जनता को समर्पित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि यह ग्रीन क्रिमेटोरियम हिमाचल प्रदेश का पहला यूनिट मंडी छोटी काशी में स्थापित किया गया। उन्होंने आमजन से यह अनुरोध किया कि वह अपने मन में किसी भी प्रकार का भ्रम न पाले। यहां पर हिंदू रीति रिवाज के तौर पर ही अंतिम संस्कार (Cremated) किया जाएगा। जो विधि विधान आम चित्ता जलाने पर किया जाता है उसी विधान से ही ग्रीन क्रिमेटोरियम में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सुबह सात से शाम आठ बजे तक होंगे अंतिम संस्कार
उन्होंने जनता से अनुरोध करते हुए कहा कि सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक ही अंतिम संस्कार के लिए आये। उसके उपरांत इसे चलाने के लिए मुश्किल आएगी क्योंकि कर्मचारी को भी 12 घंटे से ज्यादा नहीं रोका जा सकता।