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हिमाचल: कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए जयराम सरकार जल्द ले सकती है बड़ा फैसला
Last Updated on August 18, 2021 by Deepak
शिमला। कोरोना (Corona) का दंश देश के अमूमन प्रत्येक देशवासी ने प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से झेला है। पहली और दूसरी लहर में लाखों लोग कोरोना के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं। अब खतरा तीसरी लहर का है। दुनिया भर में तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। वहीं, देशभर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 40 हजार के आसपास बना हुआ है। इधर, हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भी सक्रिय कोरोना मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते हिमाचल सरकार (Himachal Government) के माथे पर शिकन बढ़ गई है। वहीं, जयराम सरकार (Jairam Government) कोरोना के ग्राफ को नीचे लाने के लिए जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
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सामाजिक आयोजन पर बढ़ सकती है पाबंदियां
स्कूली छात्रों के बड़ी संख्या में संक्रमित होने के बाद स्कूलों को फिलहाल बंद कर दिया गया है। सार्वजनिक समारोह, उत्सवों और बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी कई बंदिशें लगाई जा सकती हैं। हिमाचल सरकार ने प्रदेश में आने वाले सभी लोगों के लिए RTPCR रिपोर्ट के साथ वैक्सीनेशन की अनिवार्यता लागू की है। बावजूद इसके हिमाचल में कोरोना संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना पॉजिटिव (Covid Positive) मामले बढ़ रहे हैं।
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बंदिशें बढ़ाने पर प्रस्ताव तैयार
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी (Health Secretary Amitabh Awasthi) ने कहा कि प्रदेश में कुछ बंदिशें लगाने के बाद भी कोरोना के मामलों में कमी नहीं आई है। ऐसे में आगामी दिनों में शादी समारोहों, उत्सवों, राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बंदिशें लगाई जा सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) इसको लेकर प्रस्ताव तैयार कर रहा है। बंदिशों पर आख़िरी फ़ैसला कैबिनेट (Cabinet) में होगा। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी चिंता ये है की 0-18 वर्ष की आबादी को अभी तक वैक्सीन (Vaccine) नहीं लगाया गया है। अमिताभ अवस्थी ने कहा कि रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि अब बच्चों में भी कोरोना तेजी से फैल रहा है। ऐसे में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नियमों में कड़ाई लानी होगी। बता दें कि हिमाचल में अब तक 90 फीसदी आबादी को कोरोना की पहली डोज और 30 फीसदी आबादी को कोरोना की दोनों डोज लग चुकी है।
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