-
Advertisement
दिल्ली में 2016 से पहले बनी बसों की एंट्री बंद, HRTC ने भी उठाए ये कदम
मंडी। देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 2016 से पहले निर्मित बसों की एंट्री बंद ( buses Manufacturing before 2016) होने के बाद हिमाचल पथ परिवहन निगम ( HRTC)ने भी प्रभावी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसके तहत निगम के द्वारा वर्तमान में दिल्ली ( Delhi)के लिए प्रदेश से सिर्फ बीएस-4 मानकों की बसों को ही भेजा जा रहा है। वहीं प्रदेश सरकार और निगम ने एचआरटीसी के बेड़े में यूरो-6 बसों ( Euro-6 buses)को शामिल करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है। इसमें जल्द ही बसों के टेंडर लग जाएंगे और गाड़ियां एचआरटीसी में शामिल कर दी जाएंगी। जानकारी देते हुए निगम के मंडलीय प्रबंधक मंडी अमरनाथ सलारिया ने कहा कि दिल्ली में पुरानी बसों की एंट्री पर रोक लगने के बाद प्रदेश से एचआरटीसी द्वारा बीएस-4 बसों को ही भेजा जा रहा है।
यह भी पढ़ें: Budget Session: पंचायत चौकीदारों को नियमित नहीं करेगी सरकार, मानदेय बढ़ाया है
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निगम के बेड़े में बदलाव करने के मकसद से यूरो-6 मानकों की बसों के फ्लीट को शामिल करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जिससे जल्द ही एचआरटीसी में नई बसें आ जाएंगी और यात्रियों को फायदा पहुंचेगा। बता दें कि पिछले काफी वर्षों से प्रदूषण की मार झेल रही देश की राजधानी दिल्ली में अब हिमाचल की पुरानी एचआरटीसी बसों की एंट्री बैन कर दी गई है। इस निर्णय से निगम की सामान्य और वोल्वो बसों की दिल्ली में एंट्री को लेकर खासी समस्या आ रही है। हालांकि लॉकडाउन के बाद निगम द्वारा बसों की शुरुआत कर दी गई है, लेकिन अभी तक सवारियों की कम संख्या के चलते जरूरत के हिसाब से ही दिल्ली के चलाए जा रहे हैं।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group