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सीमा पर तनाव के बीच दोस्तों से हथियार जुटा रहा India: अगले महीने अंबाला में लैंड करेगा Rafale
Last Updated on June 29, 2020 by Deepak
अंबाला/नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा (India-China) पर जारी तनाव के मध्य भारत अपने मित्र राष्ट्रों के माध्यम से मारक हथियार जुटाने में लगा हुआ है। बतौर रिपोर्ट्स, चीन के साथ तनाव के बाद इजरायल (Israel) अपने मित्र भारत को कई ऐसे मारक हथियार देने वाला है जिसका जवाब चीन के पास नहीं होगा। वहीं रूस (Russia) की तरफ से भी S-400 की जल्द आपूर्ति का वादा कर दिया है। बताया गया है कि भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Aircraft) की पहली खेप 27 जुलाई को मिलेगी। बताया जा रहा है कि 4 से 6 राफेल विमान अंबाला एयरबेस पर पहुंच जाएंगे। सूत्रों द्वारा इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि अंबाला एयरबेस पर 27 जुलाई को छह राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप आएगी। पहले चार विमानों को पहली खेप में आना था।
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2022 में हो जाएगी सभी 36 राफेल विमानों की डिलिवरी
भारतीय वायुसेना की गोल्डन एरो स्क्वाड्रन अगस्त में राफेल विमानों के साथ मोर्चा संभाल लेगी। बताया जा रहा है कि फ्रांस से भारतीय पायलट राफेल को भारत ला रहे हैं। राफेल विमान को आसमान को अजेय योद्धा माना जाता है। हवा से हवा में मार करने वाले लंबी दूरी की मिसाइलों से इसे लैस किया जा सकता है। इसका निशाना अचूक होता है। बताया गया है कि भारत द्वारा ऑर्डर किए गए सभी 36 राफेल विमानों की डिलिवरी 2022 में हो जाएगी। राफेल विमान का पहला स्क्वाड्रन अंबाला में तैनात होगा, जबकि दूसरा स्क्वाड्रन पश्चिम बंगाल के हसीमारा में तैनात किया जाएगा। माना जा रहा था कि कोरोना संकट के कारण राफेल विमानों की डिलिवरी देरी से होगी, लेकिन फ्रांस ने टाइम पर डिलिवरी देने का फैसला किया था। यह डील तकरीबन 59 हजार करोड़ रुपए की थी। इन विमानों के जरिए भारत की वायुसेना को और ताकत मिलेगी।
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भारत की मदद के लिए आगे आया इजरायल, जानें क्या देगा
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच राफेल लड़ाकू विमान की डिलीवरी में तेजी लाना काफी अच्छी बात है। वहीं, पहले खेप के अलावा, भविष्य के राफेल विमानों की डिलीवरी में भी तेजी आने की संभावना है। वहीं दूसरी तरफ इस बात की भी खबर मिली है कि चीन के साथ तनाव को देखते हुए इजरायल भारत को डिफेंस सिस्टम (Defense system) देने को तैयार है और इसे लद्दाख में तैनात किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इजरायल से जल्द ही यह मारक हथियार भारत को मिलने वाला है। इजरायल से बराक-8 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के लिए भारत लंबे समय से बात कर रहा था। इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने 2018 में यह जानकारी दी थी कि भारत से उसने 777 मिलियन डॉलर (करीब 5687 करोड़ रुपए) की बराक-8 मिसाइल डिफेंस सिस्टम डील की है।