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नई दिल्ली। हर कर्मचारी चाहता है कि रिटायरमेंट (Retirement) के बाद उसके बुढ़ापे के लिए अच्छा खासा बैंक बैलेंस हो। ऐसे में आपको एक ऐसे निवेश के विकल्प की जरूरत है, जिसमें रिटर्न भी अच्छा मिले और शेयर मार्केट (Share Market) के जोखिम भी कम हो। आप सभी यानी सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान के बारे में जानते हैं, जिसमें आप हर महीने कुछ रकम निवेश करते हैं, लेकिन हम आपको इसके ठीक उलट यानी सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (Systematic Withdrawal Plan) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपको हर महीने रकम मिलेगी, इसे पेंशन ही समझ लीजिए। हम यहां आपको बता रहे हैं कि किस तरह से 20 साल तक हर महीने 5 हजार रुपए की मंथली एसआईपी (SIP) करने पर अगले 20 साल तक आप हर महीने अपने लिए 35 हजार रुपए पेंशन का इंतजाम कर सकते हैं।
सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान के जरिए निवेशक एक तय राशि म्यूचुअल फंड स्कीम (Mutual Fund Scheme) से वापस पाते हैं। कितने समय में कितना पैसा निकालना है, यह निवेशक खुद ही तय करता हैए एसडब्ल्सूडीपी के तहत यह पैसा रोजाना, वीकली, मंथली, तिमाही, छह महीने पर या सालाना आधार पर निकाला जा सकता है। निवेशक चाहें तो केवल एक निश्चित रकम निकालें या फिर चाहें तो निवेश पर कैपिटल गेंस को निकाल सकते हैं।
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत आपको म्यूचुअल फंड की स्कीम में एक मुश्त पैसा लगाने की जगह मंथली आधार पर निवेश करने की सुविधा मिलती है। किसी स्कीम में हर महीने कितना निवेश करना है, यह आप खुद तय कर सकते हैं। इसका फायदा यह है कि यहां एक बार में भी आपका पूरा पैसा ब्लॉक नहीं होता है, बल्कि इसमें आप अपनी सुविधा से मंथली निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही समय समय पर रिटर्न का आंकलन कर एसआईपी बढ़ाने या घटाने की भी सहूलियत मिल जाती है।
एसडब्ल्यूडीपी रेगुलर (SWDP Regular) निकासी है। इसके जरिए स्कीम से यूनिटों का रिडम्पशन होता है। अगर तय समय बाद सरप्लस पैसा होता है तो वह आपको मिल जाता है। इसमें वैसे ही टैक्स लगेगा, जैसा इक्विटी और डेट फंड के मामले में लगता है। जहां होल्डिंग की अवधि 12 महीने से ज्यादा नहीं है, वहां निवेशकों को शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस टैक्स देना होगा। अगर किसी स्कीम में निवेश कर रहे हैं तो आप उसमें एसडब्लूपी विकल्प को एक्टिवेट कर सकते हैं।
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