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शिमला। हिमाचल कैबिनेट (Himachal Cabinet) की बैठक शिमला (Shimla) में शुरू हो गई है। बैठक तय समय से आधा घंटा लेट शुरू हुई है। यह बैठक दोपहर बाद 3 बजे शुरू होनी थी। पर किन्हीं कारणों से साढ़े तीन बजे के करीब शुरू हुई। अभी बैठक में शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मार्केंडेय, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर मौजूद नहीं हैं। बैठक में सीएम जयराम ठाकुर कई अहम फैसले लेंगे। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते बैठक में स्कूलों को एक सप्ताह तक बंद करने का फैसला लिया जा सकता है। दिवाली से दो-तीन पहले और दो-तीन बाद में स्कूलों को बंद रखने का विकल्प मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाना है।
बता दें नौवीं से 12वीं कक्षा के लिए दो नवंबर से प्रदेश के स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू हुई हैं। इस दौरान मंडी जिला में काफी अधिक संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा राजधानी शिमला के स्कूलों में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। स्कूलों में बढ़े कोरोना संक्रमण के मामलों के चलते अन्य जिलों में अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सहमति पत्र देने से परहेज कर रहे हैं। इसके चलते स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगाने के लिए आने वाले विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम हो गई है। वहीं, कैबिनेट की बैठक (Cabinet Meeting) में कोरोना महामारी को लेकर चर्चा हो सकती है। विभिन्न विभागों में पद भरने को भी हरी झंडी मिल सकती है।
बैठक में दिवाली (Diwali) पर चलाए जाने वाले पटाखों को लेकर चर्चा होगी। सरकार इस मामले में कोई फैसला ले सकती है। पटाखे (Fireworks) चलाने की समयसीमा तय हो सकती है। सरकार का मानना है कि पटाखें चलाने से एक तो पर्यावरण को नुकसान तो होगा ही साथ ही कोविड (Covid) मरीजों को भी परेशानी होगी। इसलिए सरकार पटाखों को लेकर कैबिनेट में चर्चा करेगी। बता दें कि कई राज्यों में पटाखों पर बैन लगाया गया है। इसमें दिल्ली भी शामिल है। कुछ प्रदेशों ने पटाखें चलाने का टाइम निर्धारित किया है।
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