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कुल्लू। कोरोना महामारी के बीच जयराम सरकार ने करीब सात माह बाद प्रदेश के स्कूल और कॉलेज (School and College) खोलने के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए बकायदा एसओपी (SOP) भी जारी की गई है, लेकिन शिक्षण संस्थानों को कोरोना (#Corona) बचाव के लिए बजट का प्रावधान नहीं किया है। जिसके चलते शिक्षण संस्थानों को बिना बजट के कक्षाओं व कैंपस को सैनिटाइज करना मुश्किल हो रहा है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में 152 हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में एसओपी का पालन करते हुए पढ़ाई शुरू कर दी है, लेकिन शिक्षण संस्थानों (Educational Institutions) में कोरोना बचाव को लेकर बजट का प्रावधान नहीं किया गया है। अब बड़ा सवाल यह है कि शिक्षण संस्थानों में बिना बजट के कक्षाओं व कैंपस को सैनिटाइज कैसे किया जाए। इसी के चलते कई स्कूलों में एसओपी के हिसाब से परिसर को सैनिटाइज करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उच्च शिक्षा उपनिदेशक बलवंत सिंह ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कुल्लू (Kullu) जिला में 152 शिक्षण संस्थानों में कक्षाएं शुरू कर दी हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में कमरों को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है और छात्रों की थर्मल स्कैनिंग व सोशल डिस्टेसिंग व फेस कवर व शौचालय में साफ सफाई के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों को एसओपी फोलो करने के लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया है, जिसको लेकर निदेशालय में उच्च अधिकारियों को संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में बिना बजट (Without budget) के सैनिटाइज करने में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके लेकर शिक्षा मंत्री (Education Minister) से भी चर्चा की गई है।
ब्वॉयज स्कूल ढालपुर के प्रिसिंपल भीम कटोच ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देश और एसओपी के हिसाब से स्कूलों में सभी प्रबंध किए गए हैं। छात्रों की गेट पर थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। कक्षाओं में सैनिटाइज कर सोशल डिस्टेसिंग के साथ पढ़ाई करवाई जा रही है। इसके साथ ही शिक्षक छात्रों को कोरोना महामारी के बचाव की भी जानकारी दे रहे हैं। छात्रों को एक दूसरे से सोशल डिस्टेसिंग, अपना लंच शेयर ना करने व फेस कवर पहनने व बसों में सफर करने व भीड़-भाड़ से दूर रहने के लिए जानकारी शेयर की जा रही है।
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