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J&K: पूर्व DGP बोले- घाटी के अल्पसंख्यक हिंदुओं को दिए जाएं हथियार और ट्रेनिंग
Last Updated on June 12, 2020 by Deepak
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद्य (Former DGP SP Vaidya) ने कश्मीर में अल्पसंख्यक हिंदुओं (Minority Hindus) को हथियार मुहैया कराने और ट्रेनिंग देने की बात कही है। एसपी वैद्य ने कहा कि विलेज डिफेंस कमेटी फॉर्मूला को प्लानिंग के साथ लागू करने से कोई नुकसान नहीं है। बक़ौल पूर्व पुलिस महानिदेशक, ‘जम्मू के चिनाब घाटी में हिंदुओं को हथियार दिए गए थे। इससे नब्बे के दशक में हिंदुओं के पलायन को रोकने में मदद मिली थी।’
कमजोर मुस्लिमों को भी हथियार दिए जाने चाहिए
पूर्व डीजीपी वैद्य ने यह भी कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों से निपटने के लिए कमजोर मुस्लिमों को भी हथियार (Weapon) दिए जाने चाहिए। एसपी वैद्य ने कहा कि मैं पहला शख्स हूं, जिसने जम्मू-कश्मीर के रियासी में पहली विलेज डिफेंस कमेटी का गठन किया। इजरायल की तरह कश्मीर घाटी में भी कमजोर लोगों के लिए विशेष प्रावधान करने की आवश्यकता है।
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उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर घाटी में विलेज डिफेंस कमेटी गठित करना मुश्किल काम है, लेकिन असंभव नहीं हैं। गौरतलब है कि पूर्व डीजीपी वैद्य का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने सरपंच अजय पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी।
अजय पंडिता की हत्या के बाद से गरमाया हुआ है मुद्दा
अजय पंडिता की हत्या की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। बता दें कि आतंकियों ने सोमवार शाम छह बजे सरपंच अजय पंडिता की हत्या की थी। अजय पंडिता कांग्रेस के सदस्य थे। जब आतंकियों ने अजय पंडिता को गोली मारी, तो उनको अस्पताल पहुंचाया गया था। हालांकि उनको बचाया नहीं जा सका। वहीं, अजय पंडिता की हत्या को लेकर देशभर में आक्रोश है। साथ ही कश्मीरी हिंदुओं के मुद्दे ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है।