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ऑक्सफोर्ड से ग्रेजुएट हुई जूही ने शेयर की भावुक स्टोरी, दादा को दिया सफलता का श्रेय
Last Updated on September 8, 2022 by Neha Raina
हाल ही इंटरनेट पर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) में पढ़ रही एक लड़की और उनके दादा जी की कहानी वायरल हुई है। जूही कोरे अभी ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हुई हैं। जूही ने सोशल मीडिया पर अपनी सफलता की कहानी शेयर की है। उन्होंने बताया कि निचली जाति के होने के कारण उनके दादाजी को कभी स्कूल की कक्षा में नहीं बैठने दिया गया था।
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जूही कोरे ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर अपनी सफलता को लेकर नोट लिखा जो कि दुनियाभर में वायरल हो रहा है। इस नोट में उन्होंने दादा के शिक्षा हासिल करने से लेकर उनके सपने को सच होने तक के संघर्षों के बारे में बताया है। उन्होंने बताया कि उनकी सफलता में उसके दादाजी का योगदान कितना है।
जूही ने बताया कि 1947 में जिस साल भारत को एक स्वतंत्र और स्वतंत्र देश घोषित किया गया था। हर एक नागरिक को एक स्वतंत्र और स्वतंत्र जीवन जीने की अनुमति नहीं थी, लेकिन एक युवा स्कूली लड़का जो एक निचली परिवार से था, महाराष्ट्र के एक छोटे गांव में पैदा हुआ था उसे स्कूल की कक्षा में नहीं बैठने दिया गया था। उन्होंने बताया कि दादाजी का परिवार नहीं चाहता था कि वे स्कूल जाएं। वो चाहते थे कि दादाजी खेत में काम करें और परिवार के लिए खाने के पैसे कमा सके।
जूही ने बताया कि उनके दादाजी ने कभी हार नहीं मानी। आखिरकार उस समय उनके स्कूल के प्रिंसिपल ने अपने खर्चे में दादाजी का दाखिला मुंबई के एक बड़े स्कूल में करवा दिया। इसके बाद उन्हें स्कूल एक विभाग में नौकरी भी मिल गई। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार को शिक्षा के लिए प्रेरित किया और उसी का नतीजा है कि जूही ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हुई हैं। जूही ने लिखा आज वे जो कुछ भी हैं अपने दादाजी की वजह से हैं। उन्होंने बताया कि एक साल पहले उनके दादाजी की मृत्यु हो गई, लेकिन वे जहां भी होंगे उन्हें देखकर खुश हो रहे होंगे।