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कोटखाई गुडिया मामला : आईजी जहूर जैदी तीन साल बाद बहाल, आदेश जारी
शिमला। राजधानी शिमला (Shimla) के कोटखाई से सामने आए गुड़िया रेप और मर्डर मामले (Gudiya Rape and Murder Case) से जुड़े सूरज हत्याकांड के मामले में आईजी जहूर हैदर जैदी (IG zahur haider zaidi) को हिमाचल प्रदेश सरकार ने बहाल कर दिया है। सुक्खू सरकार ने जैदी की सस्पेंशन को रद्द कर दिया हैं। तीन साल बाद सरकार ने उन्हें बहाल किया है। आईजी जहूर हैदर जैदी पुलिस मुख्यालय शिमला में रिपोर्ट करेंगे। तैनाती के आदेश अलग से जारी किए जाएंगे। इसको लेकर आज यानी शुक्रवार को गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं।
बता दें कि 15 जनवरी 2020 को कोटखाई मामले में शिमला की पूर्व SP सौम्या सांबशिवन पर बयान बदलने के लिए दबाव बनाने पर पूर्व सरकार ने जैदी को सस्पेंड (Suspend) किया था। सौम्या सांबशिवन ने अदालत में जैदी के खिलाफ एक आवेदन दिया, जिसमें कहा कि जैदी ने उन पर बयान बदलने का दबाव डाला था। इस पर CBI की विशेष अदालत ने DGP को एक नोटिस जारी किया था। इस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने कानून के मुताबिक कार्रवाई करने को कहा और राज्य सरकार ने जैदी को सस्पेंड कर दिया।
यह था मामला
राजधानी शिमला जिला के कोटखाई (Kotkhai gudiya Rape Case) में 4 जुलाई 2017 को एक 16 वर्षीय स्कूली छात्रा स्कूल से घर लौटने के बाद अचानक लापता हो गई थी। जिसका शव दो दिन बाद यानी 6 जुलाई को कोटखाई के तांदी के जंगल में निर्वस्त्र हालत में मिला था। पुलिस की जांच में छात्रा के साथ दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या (Murder) की बात सामने आई थी। इस मामले की जांच के लिए शिमला के तत्कालीन आईजी जहूर हैदर जैदी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई थी। एसआईटी ने इस मामले में एक स्थानीय युवक सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक नेपाली युवक सूरज की कोटखाई थाने में पुलिस हिरासत में संदिग्ध मौत हो गई थी। इसके बाद यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था।
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जांच में सीबीआई ने पाया कि आरोपी सूरज की मौत पूछताछ के दौरान पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने से हुई थी। इसके आधार पर सीबीआई ने आरोपी जैदी सहित 9 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनको गिरफ्तार (Arrest) कर लिया था। बाद में यह केस चंडीगढ़ सीबीआई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया था। वर्ष 2017 से चंडीगढ़ जिला अदालत स्थित विशेष सीबीआई अदालत में इस केस की सुनवाई हो रही है।
582 दिन तक जेल में रह चुके हैं जैदी
पुलिस लॉकअप में सूरज हत्या मामले में आईजी जैदी 582 दिन तक जेल में भी रह चुके हैं। जहूर हैदर जैदी 582 दिन तक कंडा जेल में रहे है। 6 जुलाई 2017 को कोटखाई में 10वीं कक्षा की छात्रा गुड़िया से सामूहिक रेप व हत्या के आरोप में गिरफ्तार सूरज की 18.19 जुलाई की रात कोटखाई पुलिस थाना में मौत हो गई थी। इसी मामले में आईजी जैदी को 582 दिन तक जेल में रहना पड़ा था।
इस मामले में पूर्व IG जैदी, पूर्व SP शिमला डीडब्ल्यूडी नेगी, ठियोग के तत्कालीन DSP मनोज जोशी, कोटखाई थाने के SHO राजेंद्र सिंह समेत 8 पुलिस कर्मी गिरफ्तार किए गए। निचली अदालत में जमानत नहीं मिलने पर 23 मार्च 2018 को जैदी सुप्रीम कोर्ट गए। उनकी याचिका पर देश की शीर्ष अदालत ने उन्हें जमानत दे दी।