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कृषि कानूनों पर सरकार से वार्ता करने गए 29 किसान यूनियनों के नेताओं ने किया वॉक आउट; जानें क्या बोले-
Last Updated on October 14, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में पारित करवाए गए कृषि क़ानूनों को लेकर देश भर के किसानों में रोष व्याप्त है। इसी कड़ी में पूरे देश में जारी किसानों के प्रदर्शन के बीच आज यानी बुधवार को 29 किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच बातचीत विफल रही। केंद्रीय कृषि सचिव से मिलने गए 29 किसान संघों के नेता मीटिंग से वॉक आउट (Walk Out) कर गए। उन्होंने बाहर आकर गुस्से का इजहार किया और कृषि भवन के बाहर हालिया कृषि कानूनों की कॉपियां फाड़ दीं।
सरकार का कोई भी मंत्री नहीं आया इस लिए किया वॉक आउट
अलग-अलग किसान संगठनों के ये नेता नए कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए कृषि सचिव के साथ मीटिंग कर रहे थे, लेकिन वो मीटिंग बीच में छोड़कर निकल गए। उनका कहना है कि इस मीटिंग में कृषि मंत्री या किसी अन्य मंत्री ने शिरकत नहीं की, इस कारण इसका कोई महत्व नहीं रह गया था। किसान संगठनों का आरोप है कि उनसे बातचीत करने के लिए सरकार की ओर से कोई भी मंत्री नहीं आया, जिसकी वजह से उन्होंने बैठक से वॉकआउट किया है। किसान संगठनों की मांग है कि कृषि से जुड़े ये कानून वापस ले लिए जाएं।
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किसान के एक यूनियन नेता ने कहा कि हम किसान कानूनों पर चर्चा से संतुष्ट नहीं थे, इसलिए हम बाहर आ गए। हम चाहते हैं कि इन काले कानूनों को खत्म कर दिया जाए। सचिव ने कहा कि वह हमारी मांगों को आगे बढ़ाएंगे। बता दें कि केंद्र के साथ बातचीत के लिए सात सदस्यीय समिति बनाई गई है। इस समिति में बलबीर सिंह राजेवाल, दर्शनपाल, जगजीत सिंह डालेवाल, जगमोहन सिंह, कुलवंत सिंह, सुरजीत सिंह और सतमान सिंह साहनी शामिल किये गए हैं।