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उगते सूरज को इस तरह दें अर्घ्य, हमेशा बनी रहेगी सूर्य देव की कृपा
सनातन धर्म में सूर्य की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। अधिकांश सनातनधर्मी प्रतिदिन सुबह सूर्य (Sun) उपासना के दौरान सूर्य को अर्घ्य जरूर देते हैं। यहां तक की सूर्य देव को अर्घ्य देने की परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है। रामायण (Ramayana) का काल हो या महाभारत का काल, हर युग में सूर्य पूजन की महिमा बताई गई है। मान्यताओं के अनुसार प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य देने से रोगों का नाश होता है और स्वास्थ्य और सुख में वृद्धि होती है। सूर्य को जल अर्पित करते समय पात्र में कुछ चीजों को मिला दिया जाए तो सूर्य देव के आशीर्वाद से जीवन में कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होती है।
लाल फूल
जब भी सूर्य देव को जल अर्पित करें तांबे के कलश में लाल रंग का फूल (Red Flowers) अवश्य मिलाएं. ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहेगी।
अक्षत
हिंदू धर्म में अक्षत (Rice) को बहुत पवित्र माना गया है। जल में चावल डालकर सूर्य को अर्घ्य देना बहुत शुभ होता है। माना जाता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
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रोली
जल में रोली डालकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य दोष दूर होता है और स्वास्थ्य बेहतर रहता है। माना जाता है कि रोली (Roli) का लाल रंग हमें सूर्य की किरणों से जोड़ता है और इससे शरीर में रक्त संचार बढ़ता है।
हल्दी
सूर्य देव को जल अर्पित करते समय हल्दी (Turmeric) मिलाने से विवाह में हो रही देरी या विवाह में आ रही अड़चन दूर हो जाती है. यही कारण है कि अर्घ्य देते समय जल में हल्दी मिलाई जाती है।
मिश्री
सूर्य देव को अर्घ्य देते समय जल में मिश्री मिलना बेहद खास माना जाता है. जल में मिश्री (Mishri) मिलाने से सूर्य देव की कृपा मिलती है और कुंडली में कमजोर सूर्य को मजबूती भी मिलती है, जिसकी वजह से जीवन में आ रही अड़चन दूर होती है और सफलता के मार्ग खुलते चले जाते हैं।