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स्ट्रेस-गुस्सा दूर करने सहित मेडिटेशन करने के बहुत से हैं फायदे, आप भी यहां जान लीजिए
अधिकतर लोग सुबह उठकर योग (Yog) और सैर जरूर करते हैं। इससे शरीर को आराम तो मिलता है पर दिमाग को नहीं। दिमाग (Brain) की टेंशन और अनिंद्रा को दूर करने के लिए आजकल मेडिटेशन के लिए कहा जाता है। मेडिटेशन को कोई नहीं चीज नहीं है। ऋषि-मुनि भी यह किया करते हैं। वे एकांत में बैठ कर एक जगह ध्यान लगाकर बैठे रहते थे। ध्यान के बहुत से फायदे हैं, जिन्हें आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
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दिमाग को सुकून पहुंचाता है मेडिटेशन
मेडिटेशन (Meditation) दिमाग को सुकून पहुंचाता है और इसका असर साफ तौर पर शरीर पर दिखता है। मेडिटेशन करने के दौरान दिल (Heart) से दिमाग तक कितना बदलाव आता है, इसे समझने के लिए कई रिसर्च की गई हैं। रिसर्च में इसकी पुष्टि भी हुई है। साइंस फोकस (Science Focus) की रिपोर्ट कहती है कि मेडिटेशन दिमाग पर कई तरह से असर छोड़ता है जो इंसान को रिलैक्स महसूस कराता है।
गुस्से में आती है कमी
मेडिटेशन का दिल पर असर जानने के लिए एक स्टडी (Study ) हुई। रिसर्च में यह सामने आया है कि नियमिततौर पर मेडिटेशन करने पर बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) सामान्य हो जाता है। ऐसे लोग जिन्हें हाई बीपी की शिकायत है, उन्हें मेडिटेशन करने पर राहत मिल सकती है। इसके साथ ही गुस्से में भी कमी आती है। रिपोर्ट कहती है कि ब्रेन का एक हिस्सा ऐसा होता है, जो इमोशंस, डर और गुस्से को कंट्रोल (Control) करता है। जब इंसान मेडिटेशन करता है तो यह हिस्सा कम सक्रिय रहता है। नतीजा, तनाव और बेचैनी में कमी आती है। इसे रेग्युलर करने से तनाव और बेचैनी का खतरा घटता है।
शरीर में स्ट्रेस दिखता है कम
मेडिटेशन का असर पेट पर भी देखा गया है। कई रिसर्च में यह सामने आया कि मेडिटेशन पेट से जुड़ी कई बीमारियों जैसे-अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) में सुधार देखा जाता है। रिसर्च रिपोर्ट कहती है, मेडिटेशन करने पर शरीर में स्ट्रेस पैदा करने वाले हॉर्मोंस में कमी आती है। नतीजा, इसका असर शरीर पर साफ दिखाई देता है। मेडिटेशन का असर दर्द पर भी देखा गया है। रिपोर्ट कहती है कि मेडिटेशन करने पर मांसपेशियां रिलैक्स (Muscles Relax) हो जाती हैं। नतीजा लोअर बैक पेन में कमी आती है, इसलिए पेन किलर से बचा भी जा सकता है और दर्द से भी राहत मिलती है। इसके अलावा फिजिकल इंजरी में रिकवरी तेज होती है।