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हिमाचल में बेरोजगारी की इंतहा: आशा वर्कर को एमबीए एमएससी डिग्री धारकों ने किया आवेदन
हमीरपुर। हिमाचल में बेरोजगारी किस कदर बढ़ गई है, इसका इसका एक उदाहरण हमीरपुर (Hamirpur) जिला में हो रही आशा वर्करों की भर्ती (ASHA Workers Recruitment) में देखने को मिला है। आशा वर्करों की भर्ती के लिए एमबीए से लेकर एमएससी और बीएड क्वालीफाईड बेरोजगार महिलाओं के आवेदन आए हैं। महज पांच से सात हजार की नौकरी (Jobs) के लिए आए इन डिग्री होल्डरों के आवेदन (Application) देख कर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में बेरोजगारों (Unemployed) की एक बड़ी फौज खड़ी हो गई है।
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बता दें कि हिमाचल के हमीरपुर जिला में आशा वर्करों की भर्ती की जा रही है। यहां आशा वर्कर के 71 पद भरे जाने की प्रक्रिया चल रही है। जो कि ब्लॉक वाइज भरे जाएंगे। इस भर्ती के लिए आए आवेदनों में 80 फीसदी से अधिक आवेदनकर्ता पीजी डिग्री होल्डर हैं। जबकि आशा वर्करों की भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता ग्रामीण क्षेत्र में आठवीं और शहरी क्षेत्र में दसवीं पास रखी गई है। बताया जा रहा है कि जिले में 350 से अधिक आवेदन विभिन्न ब्लॉक में आशा वर्कर बनने को आए हैं। आशा वर्कर का कार्य करने के लिए एमए,(MA) बीएड, एमबीए (MBA) तक शिक्षित महिलाओं ने आवेदन किया है।
हमीरपुर में आशा वर्कर की भर्ती आवेदन पर सीएमओ हमीरपुर (CMO Hamirpur) आरके अग्निहोत्री ने कहा कि महिलाओं में आशा वर्कर बनने को लेकर खासा उत्साह है। 71 पदों के लिए जिलाभर में 350 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। भर्ती में डिग्री होल्डर महिलाओं के आवेदन भी प्राप्त हुए हैं। एमए, बीएड, एमएससी से लेकर एमबीए क्वालीफाईड महिलाओं ने भी आशा वर्कर बनने के लिए आवेदन किया है।
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