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शिमला। जिला शिमला के मिशन निदेशक कार्यालय में राज्य स्वास्थ्य समिति (National Health Mission) अनुबंध कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति बनाने के लिए आज कमेटी की तीसरी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता कमेटी के चेयरमैन डॉ. हेमराज बैरवा ने की। बैठक में राज्य स्वास्थ्य समिति अनुबंध के कर्मचारियों के लिए सर्व शिक्षा अभियान (SSA) की तर्ज पर नियमितीकरण का निर्णय लिया गया। वहीं, चार दिन के अंदर एक ड्राफ्ट तैयार कर सरकार को भेजने का भी निर्णय लिया गया।
जानकारी के अनुसार, बैठक ने ड्राफ्ट तैयार करने का निर्णय इसलिए लिया ताकि सरकार आने वाले समय में इन कर्मचारियों के लिए स्थाई कर्ण की नीति को अमलीजामा पहना सके। गौरतलब है कि राज्य स्वास्थ्य समिति के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में लगभग 1700 कर्मचारी कार्यरत हैं। ये कर्मचारी पिछले 20-22 वर्षों से अपने लिए स्थाई नीति की मांग कर रहे थे। वहीं, 27 जनवरी, 2022 से इन कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर अपना आंदोलन भी तेज कर दिया था।
जिसके बाद 2 फरवरी, 2022 को एक दिवसीय सांकेतिक काम छोड़ो हड़ताल का आयोजन भी किया गया था, जिसे कि बाद में अनिश्चितकालीन में तब्दील कर दिया गया था। इसके बाद सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से लेते हुए इनके साथ सचिवालय शिमला में एक वैठक का आयोजन किया था, जिसमें इनके लिए 3 महीने के अंदर स्थाई नीति बनाने का आश्वासन भी दिया था। साथ ही एक कमेटी मिशन निदेशक की अध्यक्षता में बनाई थी, जिसने आज सर्व शिक्षा अभियान की तर्ज पर स्थाई नीति बनाने का निर्णय लिया है, जिसमें 2 वर्ष का अनुबंध का निर्णय भी लिया गया है। अब राज्य स्वास्थ्य समिति (एनएचएम) अनुबंध कर्मचारियों ने जयराम सरकार पर विश्वास जताते हुए सरकार से जल्द से जल्द इस नीति को अंतिम रूप देने की सरकार से मांग भी की है।
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