-
Advertisement
महाराष्ट्र: अजित पवार समर्थक मंत्रियों को मिला वित्त और सहकारिता मंत्रालय
मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी भूचाल (Political Turbulence in Maharashtra) थमता नहीं दिख रहा है। एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बने अजित पवार के समर्थक मंत्रियों के हिस्से में वित्त और सहकारिता मंत्रालय (Finance and Cooperative) गया है। दूसरी ओर, NCP प्रमुख शरद पवार की तरफ से अजित और अन्य आठ विधायकों को अयोग्य घोषित करने की याचिका दायर की गई है। अजित के साथ आए दो विधायक वापस शरद पवार (Sharad Pawar) के कैंप में चले गए हैं। शरद पवार ने सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से बाहर किया तो अजित ने भी नई टीम का ऐलान कर दिया। उन्होंने सुनील तटकरे को महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।
अजित पवार और उनके समर्थक विधायकों के एनडीए के साथ आने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई में पहली बार कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें अजित पवार के साथ जिन 8 मंत्रियों ने शपथ ली थी उनकी प्रोफाइल का भी बंटवारा किया गया। जानकारी के मुताबिक अजित के खेमे को वित्त और सहकारिता मंत्रालय मिला है।
दरवाजा तोड़कर नए दफ्तर का उद्घाटन किया अजित पवार ने
अजित पवार जब मंत्रालय के पास अपने नए दफ्तर का उद्घाटन करने पहुंचे तो पता लगा उसकी चाबी गुम है। उनकी टीम काफी देर तक कार में ही इंतजार करती रही। लेकिन बाद में पता चला कि इसमे पहले शिवसेना नेता अंबादास दानवे रहते थे और चाबी उनके पीए के पास है। धक्का मारकर फिर इस दफ्तर का दरवाजा खोला गया।
अजित बनेंगे सीएम, शिंदे की कुर्सी जाएगी: चव्हाण
इस बीच, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि बीजेपी ने अजित पवार को महाराष्ट्र का सीएम बनाने का वादा किया है। अजित पवार के सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे-बीजेपी गठबंधन में शामिल हो जाने से महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति बदल गई है, चव्हाण से पहले शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने भी दावा किया था कि शिंदे मुख्यमंत्री की कुर्सी खो देंगे।
शिंदे गुट हो जाएगा अयोग्य
कांग्रेस नेता ने कहा, ”मैंने पहले ही सार्वजनिक तौर पर कहा था कि (अजित पवार भाजपा के साथ जा सकते हैं) लेकिन मुझे आलोचना का सामना करना पड़ा था।” कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें पहले ही पता था कि यह होगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया, ”इसमें सिर्फ सौदेबाजी चल रही थी कि अजित पवार को क्या मिलेगा। हमारी जानकारी के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष के फैसले, (यानी एकनाथ शिंदे समेत 16 शिवसेना के विधायकों को अयोग्य घोषित करने) की मदद से (शिंदे को) मुख्यमंत्री पद से हटाकर पवार को यह पद देने का वादा किया गया है। उन्होंने कहा, ”राष्ट्रीय स्तर पर पवार साहब विपक्ष की एकता के साथ मजबूती से खड़े हैं और वह बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक में हिस्सा लेंगे।
यह भी पढ़े:आखिर NCP तोड़कर अजित पवार ने ले ही लिया बदला, अकेले रह गए पवार