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वन रैंक वन पेंशन पार्ट-2 की विसंगतियों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व सैनिक
Last Updated on July 2, 2023 by sintu kumar
मंडी। वन रैंक वन पेंशन पार्ट-2 की विसंगतियों के कारण खफा देशभर के पूर्व सैनिक भूख हड़ताल पर है। मंडी जिला मुख्यालय पर स्थित सेरी चाणनी परिसर में भी सैंकड़ों पूर्व सैनिक भूख हड़ताल में शामिल हुए। वहीं हर उपमंडल और पंचायत स्तर पर भी इन भूख हड़तालों का आयोजन किया गया। पूर्व सैनिक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष कैप्टन हेत राम शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 1 लाख 26 हजार पूर्व सैनिक, 6 हजार वीर नारियां और 21 हजार विधवाओं को सैन्य पेंशन मिलती है।
लोकसभा और राज्यसभा में संवैधानिक रूप से पारित वन रैंक वन पेंशन योजना को कोशियारी कमीशन की शर्तों के अनुसार असली प्रारूप में लागू नहीं किया गया। इसकी वजह से अन्य रैंक्स और विधवाओं को तो पहले से ही पेंशन कम मिल रही थी लेकिन अब इसके पार्ट-2 से पेंशन बढ़ने के बजाय कम हो गई है।
23 को देश भर में विशाल धरना प्रदर्शन होगा
हेत राम शर्मा ने बताया कि कई बार प्रयत्न करने के बाद भी इस विसंगति को दूर नहीं किया जा रहा है जिसके चलते देश भर के पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रपति, पीएम और रक्षामंत्री को कई ज्ञापन भेजने के बाद भी इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। एक तरफ केंद्र सरकार खुद को पूर्व सैनिकों की हितैषी बताती है तो दूसरी तरफ इस वर्ग की बात को अनसुना किया जा रहा है। यदि सरकार का यही रवैया रहा तो फिर आगामी लोकसभा चुनावों में इसका मुहंतोड़ जबाव दिया जाएगा। आने वाली 23 जुलाई को देश भर में विशाल धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा।
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