-
Advertisement
![Vikramaditya-Singh](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2023/01/Vikramaditya-Singh-3.jpg)
हिमाचल: तीन माह से मल्टी टॉस्क वर्कर्स को नहीं मिला वेतन, PWD मंत्री को सुनाया दुखड़ा
शिमला। हिमाचल में मल्टी टॉस्क वर्करों को तीन माह से वेतन नहीं मिला (Not Getting Salary) है। वेतन ना मिलने से परेशान यह मल्टी टॉस्क वर्कर्स सोमवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य (PWD Minister Vikramaditya Singh) से मिलने सचिवालय पहुंचे और अपना दुखड़ा सुनाया। इस दौरान इन्होंने बताया कि जब भी वह वेतन के लिए पीडब्लयूडी के इंजीनियरों के पास जाते हैं तो वह बजट उपलब्ध ना होने की बात कह देते हैं। प्रदेश भर से आए इन मल्टी टॉस्क वर्करों ने मंत्री विक्रमादित्य सिंह से उनकी जल्द ही रूकी हुई सैलरी जारी करने और मानदेय बढ़ाने का आग्रह (Request to increase honorarium) किया। इन्होंने बताया कि उनको 4500 रुपए मासिक वेतन मिलता है, जिससे घर चलाना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि वह आठ घंटे ड्यूटी करते हैं।
यह भी पढ़ेंः डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के निर्देश पर किए तबादला आदेशों पर हिमाचल हाईकोर्ट ने लगाई रोक
मल्टी टॉस्क वर्करों (Multi Task Workers) का कहना है कि उन्होंने भर्ती होने के लिए सिर पर सीमेंट की बोरी उठाकर दौड़ लगाई। अब जब नौकरी लगी तो इन्हें मानदेय नहीं दिया जा रहा। उन्होंने बताया कि 3 महीने से वेतन ना मिलने से परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। मल्टी टास्क वर्कर सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि महंगाई के दौर में गुजर बसर करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने रुकी हुई सैलरी जारी करने के अलावा पीडब्ल्यूडी मंत्री से कम से कम न्यूनतम मानदेय देने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में वर्कर्स 8-8 घंटे काम कर रहे हैं और 20 से 25 किलोमीटर तक की परिधि में ड्यूटी दे रहे हैं।