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प्रदेश में पांच वर्ष से अनुबंध पर सेवाएं दे रहे स्टेनो टाइपिस्टों को पदों की परीक्षा के लिए किया जाए आमंत्रित
शिमला। एचपीपीडब्ल्यूडी/पीएस/पीए/
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हिमाचल प्रदेश के सचिवालय (Himachal Pradesh Secretariat) में प्रदेश के विभिन्न विभागों में सैकेंडमेंट के आधार पर जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर के पदों को भरा गया है। मगर इस बार कुछ लोगों के निहित स्वार्थ के चलते स्टेनो टाइपिस्टों को इन पदों की परीक्षा में भाग लेने से वंचित कर दिया है। इस कारण स्टेनो टाइपिस्ट हताश हैं। इसका कारण यह है कि उनके पास अपने विभागों में उच्च श्रेणी के पद सृजित न होने से पदोन्नति के अवसर नहीं हैं।
इस संबंध में एसोसिएशन ने रोष जताया है कि ये नियुक्तियां स्टेनो टाइपिस्ट के हित में नहीं हैं। इससे उनकी पदोन्नति के रास्ते अवरुद्ध हो रहे हैं। इससे उन्हें एक ही पद पर कई वर्षों तक कार्य करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। अतः पहले से कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य से खिलावाड़ होता देखकर एसोसिएशन सरकार की ओर से जारी किए गए इस फरमान की निंदा करता है। प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों में महज 70 जूनियर स्टेनोगाफर्स कार्यरत हैं। मगर प्रदेश में लगभग 550 स्टेनो टाइपिस्टस कार्यरत हैं। अतः ऐसा कर इन 550 स्टेनो टाइपिस्टों (550 Steno Typists) के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। अब ये कर्मचारी पांच वर्ष तक अपनी नियमित सेवाएं देने के पश्चात आरएंडपी रूल्स (R&P Rules) के अनुसार प्रोमोशन के हकदार हैं। मगर इस गतिरोध के कारण वे अपनी प्रोमोशन से वंचित रह जाएंगे।इस मौके पर सुरिंदर सिंह चौहान आर्क इन चीफ एचपीपीडब्ल्यूडी शिमला, मान सिंह इंजीनियर इन चीफ एचपीपीडब्ल्यूडी शिमला, रजत शर्मा नेशनल हाईवे एचपीपीडब्ल्यूडी हमीरपुर, जय कुमार चीफ इंजीनियर मंडी जोन एचपीडब्ल्यडी मंडी आदि शामिल रहे।