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भैसों को नहलाने के लिए बनाया स्विमिंग पूल, फव्वारे के नीचे घंटों रहती हैं खड़ी
Last Updated on April 15, 2022 by sintu kumar
देश में आजकल गर्मी (Heat) से हर किसी का बुरा हाल है। गर्मी से निजात पाने के लिए नहाना जरूरी होता है। कुछ लोग स्विमिंग पूल (Swimming Pool) में भी नहाने का आनंद लेते है, परंतु क्या आपने पशुओं के लिए स्विमिंग पूल देखा है। हरियाणा ( Haryana) के हिसार में केंद्रीय भैंस रिसर्च संस्थान ने गर्मी से राहत दिलाने के लिए भैंसों के लिए स्विमिंग पूल बनवाया है। इस स्विमिंग पूल्स में फव्वारे भी लगाए गए हैं।
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इस स्विमिंग पूल में भैसों (Buffaloes) को दिन में कई बार नहलाया जाता है। वहीं, भैसों को इसमें घंटों तक खड़े रहने दिया जाता है। इसके साथ ही भैंसों पर फव्वारे द्वारा पानी की बौछार भी की जाती है। प्रदेश में तेज गर्मी पड़ रही है इसलिए भैसों को हीट स्ट्रेस (Heat Stress) न हो, इसके लिए केंद्रीय भैंस रिसर्च संस्थान (Central Buffalo Research Institute) ने इन स्विमिंग पूल्स का निर्माण कराया है।
गर्मी का दूध उत्पादन में पड़ता है असर
हरियाणा में दुग्ध उत्पादन के लिए भैंसों को पाला जाता है। भैंस का रंग काला होने की वजह से उन्हें ज्यादा गर्मी सहनी पड़ती है। भैंसों को ज्यादा गर्मी लगने से हीट स्ट्रेस का खतरा होने के साथ दूध (Milk) उत्पादन में भी असर पड़ता है। इसके साथ ही गर्भवती भैंसों को गर्मी में ज्यादा परेशानी होती है। इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय भैंस रिसर्च संस्थान ने स्विमिंग पूल का निर्माण कराया है।
भैंसों में गर्मी का पड़ता है ज्यादा असर
केंद्रीय भैंस रिसर्च संस्थान के वैज्ञानिक डा. अनुराग भारद्वाज के अनुसार अक्सर गर्मियों के मौसम में तापमान बढ़ने से दूध देने वाले पशुओं को हीट स्ट्रेस हो जाता है। इस कारण दूध देने वाले पशु गर्मी में कम दूध देने लगते हैं। इसके साथ ही अनुराग भारद्वाज ने बताया कि यह समस्या भैंसों के साथ ज्यादा आती है, क्योंकि उनका रंग काला होने की वजह से उनका शरीर जल्दी गर्म हो जाता है। हीट स्ट्रेस से बचाने के लिए पूल बनवाया गया है, जिसमें भैंसों को नहलाया जाता है।