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![](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2024/05/Out-of-12-samples-of-3-bawd.jpg)
सोलन में 12 में से 3 बावड़ियों के सैंपल फेल, पीने योग्य नहीं है पानी
Water Samples failed: सोलन में जल जनित रोग बेहद बढ़ते जा रहे हैं। परवाणू में फैला डायरिया (Diarrhea)इसका एक ज्वलंत उदाहरण है। परवाणू में फैले डायरिया (Diarrhea spread in Parwanoo) का सबसे बड़ा और मुख्य कारण पानी का प्रदूषण है। पानी प्रदूषित होने की वजह से परवाणु में लगातार डायरिया फैल रहा था। यही कारण है कि अब स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रहा है। सोलन शहर, धर्मपुर और परवाणू में जितने भी प्राकृतिक स्रोत हैं, उनकी टेस्टिंग करवाई जा रही है।
बावड़ियों पर उचित बोर्ड लगाने के निर्देश
गौरतलब है कि प्राकृतिक स्त्रोतों के काफी सैंपल फेल पाए जा रहे है। इन बावड़ियों का पानी पीने लायक नहीं है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी अमित रंजन ने बताया कि सोलन शहर में 12 बावड़ियों से पानी के सैंपल (water samples) भरे गए थे, उनसे में से 9 का पानी पीने लायक है और 3 के सैंपल फेल हो गए हैं। इन बावड़ियों में नगर निगम को निर्देश दिए गए हैं कि वहां पर उचित बोर्ड लगाया जाए और बताया जाए कि यह पानी पीने लायक नहीं है। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि पानी को कम से कम 20 मिनट उबाल कर दिए हैं ,अगर ऐसा नहीं करते हैं तो वह भी डायरिया के शिकार हो सकते हैं वहीं उन्होंने कहा कि पानी को पहले फिल्टर करें और उसके बाद पानी को उबाल कर पिएं।