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Results for "हिमाचल विधानसभा"
BJP की कमान संभालने जा रहे Nadda का जाने सच्चा “प्रेम” कहां से हुई शुरूआत
नड्डा के राजनीति सफर की शुरुआत वर्ष 1975 में जेपी आंदोलन से हुई थी। देश के सबसे बड़े आंदोलनों में गिने जाने वाले इस आंदोलन में जगत प्रकाश नड्डा ने भी भाग लिया था।
सेवादार के सहारे चल रही PHC ट्रहाई, चार साल से सरकार नहीं भर पाई कोई पद
जनमंच में विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने 15 दिन के भीतर इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था लेकिन उसके बाद भी समस्या ज्यों की त्यों ही बनी हुई है।
बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद Solan पहुंचे बिंदल, कहीं यह बात
पार्टी हाईकमान ने उन्हें पहले विधानसभा अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया था। उन्होंने वहां 2 वर्ष तक कार्य करते हुए बेहतर काम करने का प्रयास किया।
लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री ‘आप’ छोड़कर कांग्रेस में हुए शामिल
समझा जाता है कि शास्त्री अब कांग्रेस के टिकट पर द्वारका सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। आप ने शास्त्रह का टिकट काटकर इस सीट से विनय मिश्रा को टिकट दिया है।
BJP अध्यक्ष बनने के बाद जोश में बिंदल, जोशीले अंदाज में कार्यकर्ताओं को नमन
बीजेपी (BJP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि करीब 9 वर्ष तक एक-एक कार्यकर्ता से मिलने, उनको समझने और सीखने का मौका मिला।
आखिर किससे आजाद हुए डॉ. राजीव बिंदल, सुने Jai Ram की जुबानी
राजीव बिंदल को बीजेपी अध्यक्ष बनने पर बधाई देते हुए कहा है कि संगठन का काम अब डॉक्टर के पास है जो नब्ज देख कर मर्ज का पता लगा लेते हैं
चुनावी वादे याद दिलाने को अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठा कांग्रेसी MLA
गोयल समर्थकों के साथ विधानसभा की बैरिकेडिंग गेट से ऊपर चढ़े और फांदकर गांधीजी की प्रतिमा तक पहुंचे। गोयल सिंधिया समर्थक विधायक माने जाते हैं।
टिकट बंटवारे से नाराज BJP कार्यकर्ताओं का JP Nadda के घर के बाहर प्रदर्शन
पार्टी ने 70 सीटों के लिए 57 विधानसभा कैंडिडेट के नाम जारी किए हैं, जबकि 13 के नामों की घोषणा बाकी है। बता दें, दिल्ली में आठ फरवरी को मतदान (Voting) होगा
कितना खूबसूरत है यहां का नजारा
स्मार्ट सिटी की तस्वीर उन दिनों की है जब विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा था। अब तो आप समझ गए होंगे ना कि बात धर्मशाला के तपोवन की हो रही है। ये तस्वीर तपोवन से ही क्लिक की गई है।
ज्वालामुखीः हाईकोर्ट के आदेश, खुलेगी अधवानी गौशाला-जताया आभार
प्रशासन ने इस मामले में कोई भी गंभीरता नहीं दिखाई। इससे आहत ज्वालामुखी से किशन शर्मा ने हाईकोर्ट में पुख्ता दस्तावेजों के साथ जनहित याचिका दायर की