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हिमाचल: पत्नी को फोन पर तलाक देकर रिश्ता तोड़ा, अब सलाखों के पीछे
कुल्लू। हिमाचल प्रदेश (Himachal) में तीन तलाक (Triple Talak) का पहला मामला सामने आया है। कुल्लू में पति ने फोन पर पत्नी को तलाक दे दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित महिला ने पुलिस से की। मामले की गंभीरता को देखते हुए कुल्लू एसपी ने फौरन कार्रवाई की। आरोपी पति को गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। बता दें कि पीड़िता को बीते उसके पति ने तलाक दे दिया था। वह करीबन एक महीने से दर-दर की ठोकरें खा रही थी। स्थानीय पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया था। जिसके बाद महिला ने एसपी कुल्लू गुरदेव सिंह से न्याय की गुहार लगाई।
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एसपी कुल्लू ने लिया एक्शन
एसपी कुल्लू ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत पीड़ित महिला को महिला थाने भेजा। जहां पर पुलिस ने महिला के पति के खिलाफ मुस्लिम वीमेन प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के तहत मामला दर्ज किया। मामले की जांच पड़ताल चल रही है। पीड़ित महिला ने बताया कि उसके साथ पति ने जबरन 3 तलाक किया है। ऐसे में 2 बच्चों के साथ जीना मुशिकल है। वो अपने मायके बड़ाग्रां रह रही है। उन्होंने कहा कि मुझे न्याय मिले। उधर, एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि पीड़िता को वीमेन प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के तहत मामला दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है। पीड़ित महिला को न्याय दिलाया जाएगा।
गौरतलब है कि
30 जुलाई, 2019 को भारत की संसद ने तीन तलाक के खिलाफ कानून पास करके इसे दंडनीय अपराध बनाया था। इसे एक अगस्त से लागू भी कर दिया गया था। अब इस कानून को लागू हुए दो साल हो गए हैं।
क्या है तीन तलाक?
तीन तलाक का जिक्र न तो कुरान में कहीं आया है और न ही हदीस में। यानी तीन तलाक इस्लाम का मूल भाग नहीं है। तीन तलाक से पीड़ित कोई महिला उच्च अदालत पहुंची है तो अदालत ने कुरान और हदीस की रौशनी में ट्रिपल तलाक को गैर इस्लामिक कहा है। तीन बार तलाक को ‘तलाक-ए-बिद्दत’ कहा जाता है। बिद्दत यानी वह कार्य या प्रक्रिया जिसे इस्लाम का मूल अंग समझकर सदियों से अपनाया जा रहा है, हालांकि कुरान और हदीस की रौशनी में यह कार्य या प्रक्रिया साबित नहीं होते।
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