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Political Crisis: आखिर क्यों की क्रॉस वोटिंग? कांग्रेस के बागी इंद्रदत्त ने बताई वजह
Inder Dutt Lakhanpal: हमीरपुर। बड़सर के पूर्व विधायक और कांग्रेस के बागी इंद्रदत्त लखनपाल (Inderdutt Lakhanpal) ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने आखिर क्रॉस वोटिंग क्यों की थी? उन्होंने कहा कि मैंने हिमाचल और बड़सर विधानसभा क्षेत्र के हितों को लेकर क्रॉस वोटिंग (Cross Voting) करने का निर्णय लिया था, आज दिन तक राज्यसभा (Rajya Sabha) से हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले व्यक्ति को ही भेजा जाता रहा लेकिन इस बार प्रदेश के बाहरी राज्य के व्यक्ति को कांग्रेस से राज्य सभा से भेजा जा रहा था, इसके लिए हमने हाई कमान से बात करने की कोशिश की लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। हर्ष महाजन जो कि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) से संबंध रखते हैं जो हिमाचल के हितों को केन्द्र में उठाएंगे उसको लेकर हमने उनके पक्ष में वोट किया है।
विधायकों की अनदेखी होती रही
प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और तेजिंदर बिट्टू ने सरकार बनने के बाद कितनी बार प्रदेश का दौरा किया और विधायकों की अनदेखी होती रही, इसका मतलब साफ है की प्रभारी सिर्फ हिमाचल में केवल घूमने ही आते हैं और रही बात बड़सर (Barsar) विधानसभा क्षेत्र की तो मैंने जो हमारे बड़सर विधानसभा क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दे थे, उनके ऊपर कई बार सीएम को अवगत करवाया लेकिन झूठे आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला।
मिले झूठा आश्वासन
जब सीएम बड़सर दौरे पर आए थे तो मैंने बड़सर के मुद्दों से अवगत करवाया PHC भोटा को स्त्रोन्नत करने की बात कही और उसका दर्जा बढ़ाया तो उसमें जो 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं दी जाती थी उनको भी बंद कर दिया गया। भोटा से प्रतिनिधिमंडल के साथ जब मिले तो झूठा आश्वासन ही मिला। बड़सर अस्पताल के 100 विस्तर करने की मांग को भी अधर में लटका कर रखा है। CHC बिझडी की फाइल को पिछले एक साल से लटका कर रखा है, जब भी स्वास्थ्य सचिव से इस बारे में बात की तो उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई
उनके तानाशाह रवेये से पुरे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं। बड़सर में बस अड्डे की फाइल को अधर में लटका कर रखा है। हमारे जल शक्ति विभाग की 132 करोड रुपए की स्कीम का शिलान्यास सीएम जी कर के गए और बाद में उस स्कीम के टेंडर को सरकार कैंसल करने की बात कर रही है। जब टेंडर लगा दिया जाता है तो उसको कैंसिल नहीं किया जा सकता। इसके लिए मैंने जब बात की तो इसको अनदेखा किया गया।
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आजतक इतना हताश नहीं हुआ
बड़सर क्षेत्र से लॉन्ग रूट से परिवहन विभाग की बसों के रूट को बदल दिया गया। जब इसके बारे में सीएम से बात की गई तो इसकी भी अनदेखी की गई। जिन लोगों ने कांग्रेस के खिलाफ चुनावों में कार्य किया और जिन्होंने चुनाव लड़ा उनके साथ कैबिनेट रैंक के व्यक्ति मिलकर बैठकें कर रहें है। एक साल से चुने हुए विधायकों को अनदेखा किया जा रहा था। मैं अपने 42 साल के राजनीति के करियर में इतना हताश नहीं हुआ।
जनता के आत्मसम्मान के लिए लड़ता रहूंगा
बड़सर विधानसभा क्षेत्र की जनता ने मुझे 3 बार प्यार दिया है, मैंने बड़सर की जनता के हितों को लेकर फैसला लिया है और आगे भी बड़सर की जनता का आशीर्वाद मिलता रहेगा और मैं भी बड़सर की जनता के आत्मसम्मान के लिए लड़ता रहूंगा, जो विधानसभा स्पीकर द्वारा 6 विधायकों का निष्कासन किया गया है इसके लिए आगे की रणनीति हम सभी 6 विधायक बैठकर बनाएंगे।
-अशोक राणा