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हिमाचल: बर्फ में 14 किलोमीटर पैदल सफर कर मतदान केंद्र पहुंची पोलिंग पार्टी, मतदान बना चुनौती
Last Updated on November 10, 2022 by sintu kumar
शिमला। हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए आज पोलिंग पार्टियां अपने अपने मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गई है। लेकिन मौसम के बिगड़े मिजाज ने लाहुल स्पीति में मतदान करवाना चुनाव आयोग (Election Commission) के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। वहीं आज भेजी गई पोलिंग पार्टियों को भी मतदान केंद्र (Polling Station) तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बता दें कि आज यानी गुरुवार को लाहुल स्पीति के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बर्फबारी का दौर जारी है। वहीं चंबा जिले के कबायली क्षेत्र पांगी में भी भारी बर्फबारी हुई है। इसी बर्फबारी के बीच आज कई मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया। ऐसे में चंबा जिला के सबसे ऊंचाई वाले मतदान केंद्र चस्क भटोरी पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टी को एक फीट बर्फ में 14 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। उपमंडल अधिकारी पांगी रजनीश शर्मा ने बताया कि को किलाड़ मुख्यालय से छह सदस्यीय पोलिंग पार्टी को बस से चस्क भटोरी के लिए रवाना किया गया। वहीं, चंबा (Chamba) जिले के पांगी, चुराह क्षेत्र के बर्फबारी से लकदक होने से पोलिंग पार्टियों समेत मतदाताओं को 10 से 14 किमी पैदल चलकर मतदान केंद्रों तक पहुंचना पड़ा। चुराह विधानसभा क्षेत्र के टेपा में 12000 फीट की ऊंचाई पर मतदान केंद्र स्थित है, जबकि कबायली क्षेत्र पांगी में 11,500 फीट की ऊंचाई पर चस्क भटोरी मतदान केंद्र है।
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इसी तरह से कुल्लू जिला के बंजार विधानसभा क्षेत्र के दुर्गम मतदान केंद्रों में भी पोलिंग पार्टियों को पैदल सफर कर अपने अपने केंद्रों में पहुंचना पड़ा। पोलिंग पार्टियों को रशोल के मतदान केंद्र पहुंचने के लिए आठ किलोमीटर की चढ़ाई पैदल चढ़नी पड़ी। जबकि शाक्टी और मझाण तक पहुंचने के लिए 20 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। बता दें कि लाहुल स्पीति जिले में स्थित विश्व के सबसे ऊंचे टशीगंग मतदान केंद्र (World’s highest Tshigang polling station) में भी पोलिंग पार्टी आज पहुंच गई है। यह मतदान केंद्र समुद्रतल से 15ए256 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।