-
Advertisement
कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर लगाए सर्विस वोटर्स को डराने के आरोप, जाने क्या बोले किमटा
शिमला। हिमाचल में बीजेपी नेता सर्विस वोटर्स को डराने का काम कर रहे हैं। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस महासचिव सगंठन रजनीश किमटा (Rajneesh Kimta) ने लगाए हैं। उन्होंने कहा है प्रदेश विधानसभा चुनावों (Himachal Vidhan sabha Election) में संभावित अपनी करारी हार देख कर बीजेपी छटपटाहट में है। उन्होंने कहा है कि उन्हें जानकारी मिली है कि बीजेपी के कुछ नेता चुनाव अधिकारियों से सर्विस वोटर्स (Service Voters)की लिस्ट लेकर उन्हें बीजेपी के पक्ष में मतदान (Vote) करने का पूरा दबाव बना रहे है। उन्हें डरा धमकाकर प्रलोभन देने की भी पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने सर्विस वोटर्स का बगैर डरे, सहमे या बगैर किसी प्रोलोभन के अपना मतदान करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में बीजेपी का कोई भी षड्यंत्र सफल होने वाला नही है। प्रदेश में लोगों ने बीजेपी के खिलाफ अपना जनमत दिया हैए जो ईवीएम (EVM) में बंद है। ईवीएम की सुरक्षा में बीजेपी की कोई सेंधमारी ना होए इसके लिये कांग्रेस के कार्यकर्ता भी स्ट्रांग रूम के बाहर जनमत की निगरानी व सुरक्षा में जुटे है।
यह भी पढ़ें:स्ट्रांग रूम वीडियो ग्राफी मामला: राजेश धर्माणी ने प्रशासन की जांच रिपोर्ट पर उठाए सवाल
किमटा ने कहा कि प्रदेश में पहली बार ईवीएम की सुरक्षा को लेकर भारी चिंता जताई रही हैं। उन्होंने कहा कि कहीं निजी वाहन में ईवीएम को ले जाना और कहीं किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा स्ट्रांग रूम की वीडियो (Strong Room Video) बनाना प्रशासन के खोखले पुख्ता दावों की पोल खोलता है। किमटा ने चुनाव आयोग से सर्विस वोटर्स के मतपत्रों की पूरी सुरक्षा करने व उनमें किसी भी प्रकार की सेंधमारी के प्रति आगह करते हुए कहा है कि उनके मतपत्रों से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ ना हो यह पूरी तरह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। किमटा ने दावा किया है कि प्रदेश में लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में भारी मतदान किया है। उन्होंने इसके लिये प्रदेश के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने जो वादे किए है, उन्हें वह सत्ता में आते ही पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही सबसे पहले कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन बहाल की जाएगी
किमटा ने एसजेपीएनल द्वारा पेयजल योजना की निविदा पर जताई आपत्ति
किमटा ने भारत के मुख्य चुनाव आयोग से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के बीच एसजेपीएनएल (SJPANL) द्वारा शिमला शहर के लिये 700 करोड़ की पेयजल योजना की निविदा देने पर आपत्ति जताई है। इस संदर्भ में उन्होंने एक पत्र चुनाव आयोग (Election Commission) को भेजा है। किमटा ने पत्र में चुनाव आयोग से पेयजल की इस प्रक्रिया पर तुरंत रोक लगाने की मांग करते हुए कहा है कि इस टेंडर प्रक्रिया में भारी अनिमिततायां पाई गई है। उन्होंने कहा है कि 8 दिसम्बर को प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने है। उसके बाद प्रदेश में नई सरकार का गठन होना है,तब तक आयोग को इस पूरी प्रक्रिया पर रोक लगनी चाहिए।