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हिमाचल उपचुनाव: बागी बरागटा ने किया नॉमिनेशन फाइल, बोले- बीजेपी एक बार फिर सोचे, मुझे पार्टी प्रत्याशी बनाए
Last Updated on October 8, 2021 by saroj patrwal
शिमला। बीजेपी (BJP) ने उपचुनाव (By Election) में टिकट नहीं कलह वितरण किया है। जिसके बाद से तीनों विधानसभा सीटों पर गुटबाजी खुलकर सामने आ गई। अर्की और फतेहपुर में बागियों को साधने में बीजेपी और सीएम जयराम (CM Jairam thakur) सफल रहे, लेकिन जुब्बल कोटखाई से बागी बोल सुनाई दिए। जुब्बल कोटखाई से टिकट की रेस में आगे चल रहे चेतन बरागटा ऐन वक्त पर नीलम सैरइक से पिछड़ने के बाद बागी हो गए।
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निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भरा पर्चा
टिकट नहीं मिलने से नाराज़ जुब्बल कोटखाई से चेतन बरागटा (Chetan Baragta) ने चुनावी ताल ठोक दी है। चेतन ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन भर दिया है। दरअसल, शिमला की जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा की कोरोना काल में मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद से उपचुनाव को लेकर ऊनका नाम सबसे आगे चल रहा था। नाम फाइनल होने से पहले चेतन बरागटा ने उपचुनाव को लेकर पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन जब उन्हें यह बताया गया कि दिल्ली दरबार ने उनकी टिकट परिवारवाद के चलते काटी है, तो उन्होंने पार्टी के खिलाफ जंग छेड़ दी। आज उन्होंने नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद मीडिया के सामने कहा कि प्रदेश बीजेपी को प्रत्याशी को लेकर एक बार फिर सोचने की जरूरत है। वहीं, बिना नाम लिए जयराम सरकार के एक मंत्री पर आरोप लगाए। इधर, जुब्बल कोटखाई से पार्टी टिकट मिलने पर नीलम सरैईक ने सीएम जयराम ठाकुर और पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड को धन्यवाद कहा।
सीएम ने नीलम सरैईक के लिए किया प्रचार
उन्होंने कहा कि वह नरेंद्र बरागटा के पद चिन्हों पर चलते हुए जुब्बल कोटखाई की जनता के सेवा करती रहेंगी। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने एक आम कार्यकर्ता को जुब्बल कोटखाई क्षेत्र से महिला पहली बार महिला के रूप में उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ने का मौका दिया है। वह सेब बागवानों की आवाज उठाती रहेंगी। सीएम जयराम ठाकुर ने भी नीलम के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया।
रोहित को मिलेगा फूट का फायदा
उधर, बीजेपी में पड़ी फुट का सीधा फ़ायदा कांग्रेस पार्टी को मिलेगा। कांग्रेस का गढ़ रही जुब्बल कोटखाई क्षेत्र के किले को नरेंद्र बरागटा ने ही भेदा था। लेकिन बीजेपी में हुई बगावत का फायदा रोहित ठाकुर को मिलेगा। रोहित ठाकुर ने भी जुब्बल कोटखाई से नामांकन दाखिल कर दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी के चार साल बागवानों के लिए सबसे बुरे रहे हैं। इसलिए कांग्रेस जुब्बल कोटखाई में जीत दर्ज करेगी। जुब्बल कोटखाई की जनता हमेशा सत्ता के साथ चलती रही है। इस बार उपचुनाव में सबकी नजरें टिकी है, अगर बीजेपी इस बार डैमेज कंट्रोल नहीं पाई तो उसकी कीमत उठानी पड़ेगी।
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