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शिमला: सैहब कर्मियों ने दी काम रोकने की चेतावनी, मर्जर की है मांग
लेखराज धरटा/शिमला। राजधानी शिमला में घरों से कूड़ा उठाने (garbage Collection Workers) वाले सैहब सोसायटी के कर्मचारियों अपनी लंबित मांगों (Pending Demands) को लेकर बुधवार को भी डीसी ऑफिस के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। सीटू के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन के बाद सैहब कर्मियों ने नगर निगम को मांग न पूरी होने पर काम ठप करने की चेतावनी दी है। सैहब कर्मी नगर निगम में विलीनीकरण (Merger) की मांग कर रहे हैं। सैहब यूनियन के अध्यक्ष जसवंत ने कहा कि कर्मचारी सुबह से शिमला शहर (Shimla City) में सफाई करते हैं। घरों से कूड़ा उठाते हैं, लेकिन अभी तक इन्हें नगर निगम (Shimla MC) में मर्ज नहीं किया जा रहा है। केवल 4, 9,14 के लाभ दिए जा रहे है।
क्यूआर कोड क्यों? भरोसा नहीं है?
अब नगर निगम लोगों के घरों में क्यूआर कोड (QR Code) लगा रहा है। उसे स्कैन कर हाजिरी लगाने की व्यवस्था सफाई कर्मचारियों के लिए की जा रही है। लगता है कि नगर निगम को अपने कर्मियों पर विश्वास नहीं है, जबकि कर्मचारी सुबह 5 बजे से कूड़ा उठाने का काम करते हैं। नगर निगम ने इन कर्मचारियों के लिए छुट्टियों (No Leaves) तक की व्यवस्था नहीं की है। इसको लेकर कई बार नगर निगम प्रशासन को ज्ञापन सौंप गए, लेकिन प्रशासन उनकी मांगों पर जरा भी गौर नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम यदि उनकी मांगें नहीं मानता तो शिमला में घरों से कूड़ा उठाना बंद कर दिया जाएगा और अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।