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अमृतपाल सिंह की तलाश जारीः पंजाब में इंटरनेट सेवाओं पर लगा बैन मंगलवार तक बढ़ाया
वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश पुलिस कर रही है लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इसी बीच पंजाब में इंटरनेट व एसएमएस सेवा को मंगलवार दोपहर तक सस्पेंड कर दिया है। कहा जा रहा है कि पुलिस को अमृतपाल की लोकेशन का पता लग चुका है। गत सायं ड्राइवर हरप्रीत और चाचा हरजीत ने मेहतपुर में एक गुरुद्वारे के पास पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। पंजाब पुलिस खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए राज्य भर में तलाशी अभियान चलाए हुए है। पुलिस को अमृतपाल के जालंधर में छिपे होने की आशंका है। जिले के सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर नाकाबंदी कर दी गई है। अमृतपाल के गांव जल्लूखेड़ा में भी फोर्स तैनात है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल से लगी पंजाब की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर दिया गया है।
अब तक अमृतपाल सिंह के कुल 112 सहयोगी गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने जानकारी दी है कि ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने 19 मार्च को 34 और गिरफ्तारियां की हैं। अब तक अमृतपाल सिंह के कुल 112 सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार नशा-मुक्ति केंद्रों में भर्ती होने वाले युवाओं को गुमराह किया जाता और उन्हें ह्यबंदूक की संस्कृतिह्ण की ओर धकेला जाता था। मामले की जांच के दौरान, सिंह द्वारा स्थापित तथाकथित आनंदपुर खालसा फ्रंट (एकेएफ) के लिए लाए गए हथियार और गोलाबारूद को जब्त किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने वर्दियां और जैकेट भी जब्त किए हैं। उनके मुताबिक, हथियार और गोलाबारूद कट्टरपंथी सिख उपदेशक की कार से जब्त किए गए हैं जिस पर ह्लएकेएफह्व चिन्हित था। जालंधर के पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल ने इसे चोर सिपाही का खेल करार दिया। उन्होंने कहा-कई बार वे भागने में सफल होते हैं, लेकिन हम उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लेंगे। चहल ने दावा किया कि शनिवार को पुलिस से कोई चूक नहीं हुई। अमृतपाल के 4 साथियों को असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है। इसमें उसका फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह, गुरमीत सिंह और प्रधानमंत्री बाजेके शामिल है।
हरियाणा के व्यापारी से खरीदी मर्सिडीज
अमृतपाल सिंह जिस मर्सिडीज में घूमता था, वे हरियाणा के एक व्यापारी की थी। जिसे इसी साल जनवरी में पंजाब के एक व्यक्ति ने खरीदा था। पुलिस ने बताया कि कार अभी ट्रांसफर नहीं हुई थी। लेकिन जिसने यह कार खरीदी, वे रवेल सिंह है, जो नशा तस्करी के आरोप में पकड़ा भी जा चुका है। अमृतपाल के चाचा और ड्राइवर इसी मर्सिडीज से सरेंडर करने आए थे।
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