-
Advertisement
जेओए आईटी पेपर लीक मामले में पुलिस का बड़ा खुलासा, आरोपियों ने ऐसे बनाई थी प्लानिंग
Last Updated on April 25, 2022 by sintu kumar
शिमला /मंडी। हिमाचल सरकार ने जहां जेओए आईटी पेपर (JOA IT Exam) लीक मामले में जांच के आदेश दे दिए है तो वहीं मंडी पुलिस (Mandi Police) ने इस मामले को सुलझाने का दावा किया है। सचिवालय में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर (Govind Singh Thakur) ने कहा कि जेओए आईटी पेपर लीक मामले की पूरी रिपोर्ट एक हफ्ते में सौंपने के आदेश दिए गए हैं। दूसरी तरह मंडी पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पेपर शुरू होने से आधा घंटा पहले ही प्रश्न पत्र को लीक कर दिया गया था। निजी संस्थान के कर्मचारी ने प्रश्न पत्र की फोटो खींच इसे दूसरों को भेजा था। इसके बाद सवालों के जवाब ढूंढे।
यह भी पढ़ें- हिमाचल: कल परौर में 2 हजार से ज्यादा युवाओं को मिलेगी नौकरी, आप भी आजमाएं किस्मत
यह सब प्लानिंग (Planning) के तहत हुआ, क्योंकि पेपर शुरू होने के बाद आरोपी अभ्यर्थी ने बीमारी का बहाना बनाकर टायलेट जाने का बहाना बनाया दिया। जब अभ्यर्थी वापस आया तो ड्यूटी (Duty) पर तैनात महिला प्राध्यापक को उस शक हुआ। परीक्षा अधीक्षक और प्राध्यापक ने जब उक्त अभ्यर्थी की तलाशी लेनी चाहिए तो वह हाथापाई पर उतर आया और भागने का प्रयास करने लगा। जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो प्रश्नों के जवाब बरामद हो गए।
सात लोग गिरफ्तार और दस मोबाइल जब्त
सुंदरनगर में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी के स्क्रीनिंग टेस्ट (Screening tests) नकल मामले में पुलिस ने 2 अभ्यर्थियों सहित पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही पुलिस ने 10 मोबाइल भी अपने कब्जे में लिए हैं। इस मामले में जिन 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह सभी आपस में रिश्तेदार व जान पहचान वाले बताए जा रहे हैं। सभी आरोपी मंडी जिला के बल्ह] सुंदरनगर (Sundernagr) धर्मपुर व सरकाघाट क्षेत्र के रहने वाले हैं। अभी तक पुलिस की जांच में सारे प्रकरण के पीछे जिला के एक निजी शिक्षण संस्थान में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर व क्लर्क (Clerk) ने मुख्य भूमिका निभाई है।
सोमवार को मंडी में एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह का मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पहले सीटिंग प्लान (Seating plan) को लीक किया, उसके बाद रोल नंबर शुरू होने का पता लगाया। उसके बाद आरोपियों ने सीरीज का अंदाजा लगाया और परीक्षा पत्र फोन के माध्यम से ठीक परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक (Paper leak) कर दिया गया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा।
ऐसे दिया नकल को अंजाम
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री (Shalini Agnihotri) ने बताया कि आरोपी अभ्यर्थियों राकेश व अमित ठाकुर को नकल करवाने में मंडी जिला के ही निजी संस्थान में कार्यरत स्टाफ ने मदद की है। आरोपित अभ्यर्थी ने पहले सीटिंग प्लान व प्रश्न पत्र की सीरीज का पता करवाया। इसके उपरांत परीक्षा (Exam) शुरू होने के आधा घंटा पहले एक निजी संस्थान में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर गोपाल ने प्रश्न पत्र के मोबाइल की फोटो खींचकर व्हाट्सएप की। इसके उपरांत राकेश के तीन साथियों विवेक, संजीव उर्फ विक्की व जोगिंदर ने धनोटू में इंटरनेट के माध्यम से प्रश्नों के उत्तर निकाले।
नकल की पर्ची जोगिंदर ने महाराजा लक्ष्मण सेन मेमोरियल शिक्षा केंद्र में पहुंचाई। पर्ची महाराजा लक्ष्मण सेन मेमोरियल परीक्षा केंद्र में मौजूद क्लर्क बलवंत ने उस समय राकेश को दी, जब वह शौचालय के बहाने बाहर आया। वहीं, आरोपी राकेश ने अपने एक अन्य साथी अनित ठाकुर को भी प्रश्न पत्र के उत्तर साझा किए थे। पुलिस (Police) ने अनित ठाकुर को भी गिरफ्तार किया है।
यहां भी हुई गड़बड़ी
हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) के सचिव ने कहा कि एक अन्य परीक्षा केंद्र में भी अभ्यर्थी पेपर खत्म होने के बाद ओएमआर शीट लेकर परीक्षा केंद्र से बाहर चला गया थाए जिसका रिकॉर्ड जांचकर उसके नंबर पर कॉल करने के बाद वह एक घंटे बाद ओएमआर शीट लौटाने आया। उधरए ऊना के बहडाला में भी नकल करने के आरोप में एक युवक ने हंगामा कर दिया। पर्ची के साथ पकड़े युवक का यूएमसी (UMC) केस बनाकर हमीरपुर भेज दिया है।