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हिमाचल: एसएफआई ने किया विधानसभा का घेराव, पुलिस से धक्का मुक्की भी हुई
शिमला। हिमाचल में एक तरफ जहां कर्मचारी वर्ग अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है। वहीं शुक्रवार को हिमाचल विधानसभा (Himachal Vidhan Sabha) के मानसून सत्र के तीसरे दिन छात्र संगठन एसएफआई (SFI) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एसएफआई छात्र संगठन ने शुक्रवार दोपहर विधानसभा के घेराव (Gherao) करने पहुंचे। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस के साथ उनकी हल्की झड़प (Clash) भी हुई है। बताया जा रहा है कि विधानसभा के बाहर एसएफआई के छात्रों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा। वहींए हालत पर काबू पाने के लिए विधानसभा के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
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बता दंे कि छात्र संघ एसएफआई के उग्र विरोध प्रदर्शन (Protest) बेकाबू ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। आक्रोशित विद्यार्थियों को विधानसभा में हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने जगह जगह बैरिकेट लगाए हैं। वहीं छात्र संगठन ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि भर्ती प्रक्रिया में राजनीतिक भ्रष्टाचार और भेदभाव को बंद किया जाए। इस दौरान बढ़ती बेरोजगारी पर रोक लगाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा का निजीकरण बंद करने की मांग को छात्रों ने जोरशोर के साथ उठाया। छात्रों ने छात्र संघ चुनावों को बहाल करने की भी मांग रखी।
ये हैं छात्र संगठन की मांगें
भर्ती प्रक्रिया में राजनीतिक भ्रष्टाचार और भेदभाव बंद करो, बढ़ती बेरोजगारी पर रोक लगाओ और स्थायी रोजगार का प्रबंध करो, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा का निजीकरण बंद करो, छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाएं, पीटीए फंड के नाम पर लूट बंद की जाए, सभी शिक्षण संस्थानों में रिक्त पड़े पदों को शीघ्र भरा जाए, कॉलेज कैडर भर्ती प्रक्रिया में 65:35 का फार्मूला लागू किया जाए, नशा माफिया पर रोक लगाने के लिए ठोस कानून बनाया जाए।